विश्व शांति के लिए कछार के गर्भ स्थल में अलेख ब्रम्ह यज्ञ का भब्य आयोजन हजारों की संख्या में पहुच रहे भक्त…..

पत्थलगांव✍️जितेन्द्र गुप्ता

ग्राम कछार में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्राम कछार गर्भ स्थल में अलेख ब्रम्ह यज्ञ का भब्य आयोजन

ग्राम कछार में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्राम कछार गर्भ स्थल में अलेख ब्रम्ह यज्ञ का भब्य आयोजन चल रहा है।

जहाँ हजारों की सँख्या में भक्त पहुच कर विश्व शांति के लिए किए जा रहे यज्ञ में शामिल हो रहे है। लगातार तीन दिन तक चलने वाले ब्रम्ह यज्ञ का दूसरा दिन है।

कल गुरुवार को सुबह हवन के साथ इस कार्यक्रम का समापन होगा

विश्व शांति के लिए रात दिन जलाते जा रहे दीप को सिर्फ घि से प्रज्वलित किया जा रहा है। इस पूरे यज्ञ को पूर्ण करने के लिए उड़ीसा ज़ोरडझरिया से आये ब्रम्ह अवधोत देवानन्द बाबा, मदन दास बाबा, परसु दास बाबा, दुर्ग़ा प्रसाद त्यागी आये हुए है। जो ब्रम्ह ज्ञान को जानने वाले है। जिनकी दिन चर्या सबसे अलग है ये जमीन में सोते है। अन्य लोगो के साथ स्पर्श नही होते यज्ञ स्थल के ऊपर ही रहते है। जहाँ भक्तों का चढ़ना मना है। बाहर से ही नारियल प्रसाद चढ़ाया जाता है। वहा मौजूद बाबा के द्वारा भक्तों से प्रसाद लेकर हवन कुंड में चढ़ाते है।


ग्राम कछार के जगदीश यादव ने बताया कि लगातार हर वर्ष कछार में विश्व शांति के लिए अलेख ब्रम्ह यज्ञ का आयोजन समस्त ग्राम वासियों के द्वारा किया जाता है । जहाँ आसपास एवं दूर दूर से भक्त शामिल होने पहुचते है।


ग्राम कछार के सरपंच पूरन सिंह नाग ने कहा कि ब्रम्ह यज्ञ हमारे गाँव मे हो रहा है। वो हम सभी ग्राम वासियों के लिए सौभाग्य की बात है। विश्व शांति के लिए किए जा रहे यज्ञ में काफी संख्या में भक्त पहुच रहे है। जहाँ यज्ञ स्थल में ही भंडारा का प्रसाद दिया जा रहा है। जिसे लेने भक्त लाइन में लग कर प्रसाद ग्रहण करते है।


ग्राम कछार के सुशील यादव ने बताया कि तीन दिवसीय ब्रम्ह यज्ञ में रात दिन कीर्तन किये जाते है। जिसमे महिलाओ बच्चो सहित बड़े सभी समान रूप से शामिल होते है। यज्ञ स्थल में पहुचने वाले भक्तों को समिति के द्वारा भंडारा प्रसाद फ़िया जाता है। जिसमें सभी ग्राम वासियों के पुरा सहयोग रहता है।