बरपटिया में हुआ हीमोग्लोबिन एवं स्वास्थ्य परीक्षण, बच्चों व एनीमिक महिलाओं को खिलाया गया गर्म भोजन……

 

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से ग्राम बरपटिया में सभी गर्भवती महिलाओं का हिमोग्लोबिन जांच एवं स्वास्थ्य परीक्षणकिया गया। उन्हें स्वस्थ के संबंध में जानकारी दी गई। मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र लुकभुकिया पारा ग्राम मसनकी सेक्टर ओडगी 6 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों की देखभाल स्तनपान और ऊपरी आहार के बारे में जानकारी दी गई और ऐनिमिक महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक खिचड़ी खिलाया गया ।

गौरतलब है कि एनीमिया की पहचान हीमोग्लोबिन लेवल जांच करने के बाद की जाती है। इसे तीन भागों में बांटा गया है। पहला हीमोग्लोबिन लेवल 12 ग्राम से ज्यादा है तो एनीमिया नहीं माना जाता है। हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से 10 ग्राम होता है उसे मॉडरेट एनीमिया कहते हैं। यदि हीमोग्लोबिन 7 ग्राम से नीचे है तो उसे सीवियर एनीमिया माना जाता है, गर्भावस्था के दौरान गर्भवती को अपनी हीमोग्लोबिन की जांच अवश्य करानी चाहिए। सभी स्वास्थ्य केंद्र पर ये जांच उपलब्ध ।

* आयरन की गोलियों का करें सेवन.

महिलाओं को हमेशा अपने खानपान का ध्यान रखना चाहिए। उन्हें समय-समय पर अपना हीमोग्लोबिन भी जांच कराना चाहिए। गर्भवती को तो अवश्य ही अपने हीमोग्लोबिन की जांच करानी चाहिए। गर्भवस्था के दौरान एनीमिया होने पर महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। यदि किसी महिला में खून की कमी है तो उसे आयरन की गोलियां दी जाती हैं। गर्भवतियों को इसे समय से खाना चाहिए। इसके साथ ही अपने खाने में फलों को शामिल करना चाहिए। समय-समय पर प्रसव पूर्व अपनी जांच करानी चाहिए, जिससे कि स्वास्थ्य की सही स्थिति का आकलन हो सके और उपचार किया जा सके।