महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता को लेकर दसवें दिन भी जारी रहा आंदोलन….

बग़ीचा ✍️जितेन्द्र गुप्ता

महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता को लेकर दसवें दिन भी जारी रहा आंदोलन

बगीचा – महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता को लेकर प्रदेश के लगभग 5 लाख अधिकारी कर्मचारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं। अधिकारियों कर्मचारियों के आंदोलन में रहने के कारण दफ्तरों में कामकाज प्रभावित हो रहा है। आंदोलन के दसवें दिन प्रतिदिन की भांति धरना स्थल पर सरस्वती माता की पूजा अर्चना, राजकीय गीत एवं राष्ट्रगान से आंदोलन की शुरुआत की गई। सामान्य प्रशासन विभाग (जेडी) के द्वारा हड़तालियों का वेतन काटने का आदेश जारी कर दिया गया है, परंतु अधिकारी कर्मचारी अपनी मांगों पर अडिग दिखाई दे रहे हैं। उद्बोधन की शुरुआत फेडरेशन ब्लॉक उपाध्यक्ष पुरेन्दर यादव ने सचिव स्तरीय वार्ता के बारे में विस्तृत जानकारी देकर की, उन्होंने अपील करते हुए कहा कि, हमारी एकता ही, हमारी ताकत है, इसलिए आंदोलनरत अधिकारी कर्मचारी अधिक से अधिक संख्या में पांडाल पर उपस्थिति दर्ज कराएं। इसके पश्चात जगदीश चंद्र यादव ने उपस्थित हड़तालियों का जोश एवं मनोबल बढ़ाया। उद्बोधन की अगली कड़ी में अमित जैन ने महंगाई बढ़ने से कर्मचारी को होने वाली परेशानी के बारे में बताते हुए कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों को भी केंद्रीय कर्मचारियों के अनुरूप महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता मिलनी चाहिए। संतोषनी कंसारी, दयावती यादव एवं शशितप्रभा बरवा ने गीतों के माध्यम से सरकार को डीए एवं एचआरए की मांग पूरी करने की गुहार लगाई। इसके पश्चात खेम सागर यादव, एम सिदार,जीवन साय पैंकरा ने अपने – अपने उद्बोधन में कहा कि,अधिकारी एवं कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से स्कूली बच्चों की पढ़ाई तथा आम जनता के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं, इस बात का हमें दुःख है, सरकार 02 सूत्रीय मांगों पर विचार कर यथाशीघ्र पूर्ण कर दे, ताकि प्रदेश के सभी कर्मचारी अधिकारी अपने काम पर लौटे सकें। मीडिया प्रभारी लव कुमार गुप्ता ने मुख्यमंत्री के द्वारा ट्वीट के माध्यम से की गई अपील के बारे में उपस्थित कर्मचारियों को अवगत कराते हुए कहा, मुख्यमंत्री एवं सरकार 02 सूत्रीय मांगों के प्रति सजग एवं संवेदनशील है।अंत में उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया के प्रत्रकार बंधुओं का आभार व्यक्त किया। आज के आंदोलन में माइक संचालन का कार्य पीटर साय के द्वारा किया गया।आज के आंदोलन का समापन राष्ट्रगीत गाकर किया गया। आज के आंदोलन में बहुत अधिक संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुए।