दुकान के बाहर खड़ा था युवक तेज रफ्तार हईवा ने दिया कुचल मौके पर हो गई मौत, परिजनों में पसरा मातम…. सड़क में शव रखकर परिजनों ने किया चक्का जाम…..

 

 

* सेलून के बाहर खड़े युवक को कोयला लोड ट्राला ने लिया चपेट में, पुलिस ने ट्राला जब्त कर चालक को लिया हिरासत में.

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर जिले के करंजी चौकी निवासी एक युवक अपने बच्चे का बाल कटवाने दतिमा चौक पहुंचा था। वह सलून के बाहर खड़ा था। इसी दौरान वहां से गुजर रहे कोयला लोड ट्राला ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। सिर कुचल जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद भागने की कोशिश कर रहे ट्राला ड्राइवर की मौके पर मौजूद भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे छुड़ाया और हिरासत में ले लिया। इधर हादसे के बाद युवक के परिजन व ग्रामीणों ने सडक़ पर शव रखकर चक्काजाम की तैयारी में जुट गए। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी ने मामले को शांत कराया।

करंजी चौकी अंतर्गत ग्राम सुदामानगर, सोनपुर निवासी हुकुम साय देवांगन पिता शिवचरण 38 वर्ष, दतिमा मोड़ स्थित जिंदल राइस मिल लक्ष्मणपुर में चौकीदार के रूप में कार्यरत था। रविवार की दोपहर वह अपने बच्चे का बाल कटवा कर पत्नी के साथ दतिमा मोड़ चौक पर पहुंचा था।
बेटे को उसने सलून के भीतर छोड़ दिया और खुद बाहर खड़ा था। इसी दौरान करंजी रेलवे साइडिंग से कोयला लोड कर महान-3 खदान की ओर जा रहे ट्राला ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।
उसकी मौके पर ही मौत हो गई। भागने के चक्कर में ट्राला के ड्राइवर पुरोहित सिंह ने वहीं खड़े एक बाइक व साइकिलों पर भी वाहन चढ़ा दिया। इससे बाइक भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।

* ड्राइवर की जमकर धुनाई – हादसे के बाद ट्राला लेकर भाग रहे ड्राइवर को मौके पर मौजूद लोगों ने रोक लिया। इसके बाद उसे वाहन से नीचे उतारा और उसकी जमकर पिटाई शुरु कर दी।
सूचना मिलते ही करंजी चौकी प्रभारी अरुण गुप्ता दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ से ड्राइवर को छुड़ाकर हिरासत में लिया। पुलिस ने वाहन को जब्त कर चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।

* सडक़ पर शव रखकर चक्काजाम – चौकी प्रभारी की सूचना पर सूरजपुर सीएसपी एसएस पैंकरा व नायब तहसीलदार रामविलास मानिकपुरी मौके पर पहुंचे। इधर मृतक के परिजन व लोगों ने शव सडक़ पर रखकर चक्काजाम कर दिया तथा मुआवजे की मांग करने लगे।
नायब तहसीलदार ने उन्हें तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 25 हजार रुपए देने का आश्वासन दिया, इसके बाद मामला शांत हुआ।