समुदाय के सहयोग से, बदलेगी सरकारी स्कूलों की तस्वीर ‘जिले भर में स्कूल प्रमुखों को दी जा रही है ट्रेनिंग….

जशपुर✍️जितेन्द्र गुप्ता

समुदाय के सहयोग से, बदलेगी सरकारी स्कूलों की तस्वीर ‘जिले भर में स्कूल प्रमुखों को दी जा रही है, ट्रेनिंग’
सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलने के लिए समग्र शिक्षा अभियान ने कमर कस ली है।जिसके लिए कई जतन किये जा रहे हैं. इसी क्रम में स्कूलों में गठित शाला प्रबंध व विकास समिति को ट्रेंड कर स्कूलों की व्यवस्था चुस्त दुरूस्त करने की कवायद की जा रही है. राज्य शासन के निर्देश के बाद डीईओ जे. के. प्रसाद के मार्गदर्शन में जिले के प्रत्येक ब्लॉक में प्रधान पाठकों को ट्रेनिंग दी जा रही है. प्रधान पाठकों को बेहतर तरीके से ट्रेनिंग मिले इसके लिए डीएमसी नरेन्द्र कुमार सिन्हा लगातार दिशा निर्देश ब्लाकों को जारी कर रहे हैं. यह ट्रेनिंग जिले के समस्त ब्लॉक के संकुलों में आयोजित की जा रही है. प्रधान पाठक ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद चयनित समुदाय को ट्रेनिंग देंगे।


ऐसे बदलेगी तस्वीर..
प्रत्येक स्कूल में शाला प्रबंध समिति का गठन किया जाता है. जिसमें 16 सदस्य होते हैं. समिति में गांव के मुखिया सहित स्टूडेंट्स के पालकों का चयन किया जाता है. दरअसल शाला प्रबंध समिति का गठन काफी समय पहले से ही किया जाता रहा है।लेकिन देखने में मिला है, की समिति की स्थिति निष्क्रिय जैसी ही रही है. स्कूल शिक्षा विभाग इस ट्रेनिंग के माध्यम से इन्हे सक्रिय करने की कोशिश करेगी. और इनके सहयोग से स्कूल के टीचर्स स्कूल की तस्वीर बदलेंगे.
घुमन्तु बच्चों को जोड़ा जायेगा स्कूल से
घुमन्तु बच्चों को समिति के सहयोग से शिक्षा से जोड़ा जायेगा. वहीं ग्रामीण अंचलो में कुछ क्लास तक अध्यापन करने के बाद बच्चे स्कूल जाना बंद कर देते हैं. ऐसे शाला त्यागी बच्चों को भी इस समिति के जरिये स्कूल से जोड़ा जायेगा ब्लॉक बगीचा के बीइओ आर. एल. कोशले कहते हैं की शाला प्रबंध एवं विकास समिति की स्कूलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है, समिति के सक्रिय होने से निश्चित रूप से इसका फायदा स्कूलों को होगा।
बीआरसीसी के. के. राठौर ने बतया की ब्लॉक बगीचा में 429 समिति के सदस्यों को ट्रेनिंग देने का टारगेट रखा गया है. इसके लिए सभी स्कूल के प्रधान पाठकों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
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