पीड़ित महिलाओं का सहारा बना जिले का सखी वन स्टॉप सेंटर, जिले के वरिष्ठ पत्रकार ओमकार पांडे ने भी इनके कार्य की प्रशंसा…..

 

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ भारत में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा को समाप्त करने, उनको हिंसा से संरक्षण प्रदान करने के लिए अनेक वैधानिक प्रावधान उपलब्ध है। इसके बाद भी घरेलु हिंसा, लैंगिक हिंसा, बलात्कार, दहेज के लिए उत्पीड़न, एसिड अटेक, डायन, टोनही के नाम पर प्रताड़ना, कार्य स्थल पर लैंगिक उत्पीड़न, अवैध मानव व्यापार, बाल विवाह, लिंग चयन व भ्रुण हत्या, सती प्रथा इत्यादि रूपों में हिंसा समाज में विद्यमान है। उपरोक्त स्थिति को देखते हुए महिलाओं को एकीकृत रूप से सहायता उपलब्ध कराने के लिए भारत शासन, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार की सहायता से प्रदेश के जिलों में वन स्टॉप सेन्टर संचालन की स्वीकृति दी गई है। वन स्टॉप सेन्टर में सभी वर्ग की महिलाओं (18 वर्ष से कम उम्र की बालिकाएं भी सम्मिलित है) को सलाह, सहायता, मार्गदर्शन एवं संरक्षण प्रदाय किया जायेगा।

जिला सूरजपुर के सखी वन स्टॉप सेंटर को 06 फरवरी 2021 को बस स्टैण्ड सूरजपुर में एक वृद्ध महिला उम्र लगभग 98 वर्ष के भटकती हुई पाये जाने की जानकारी मिली। जिसे 8 फरवरी 2021 को पीड़िता के परिवार जन पीड़िता को सखी में लेने आये। इसी प्रकार 3 अप्रैल 2021 को एक महिला भटकती अवस्था में मिली जिसकी जानकारी 181 महिला हेल्प लाइन के माध्यम सें सखी वन स्टॉप सेंटर (महिला एवं बाल विकास विभाग) सूरजपुर, को प्राप्त हुई थाना-जयनगर की मदद से महिला को रेस्क्यू कर सखी में लाया गया। पीड़ित महिला से बातचीत करने पर वह अपना नाम नुपुर गोड़ एवं पता ग्राम-देवीपुर बता रही थी। जिसे 05 अप्रैल 2021 को पीड़िता के परिवार जन पीड़िता को लेने सखी में आये। ऐसे ही 31 मार्च 2022 को 181 महिला हेल्प लाइन के द्वारा सखी को प्रकरण हस्तांतरित कर जानकारी दी गई। ग्राम-करवा में एक वृद्ध महिला उम्र लगभग 80 वर्ष भटकती हुई अवस्था में है, सखी के द्वारा संबंधित थाने को सूचना देकर पीड़िता को रेस्क्यू कर सुरक्षा की दृष्टि से आश्रय हेतु सखी सेंटर में लाया गया, वृृद्ध महिला से बातचीत करने पर वह अपना नाम कुंती दास, ग्राम-उजीयारपुर, जिला-समस्तीपुर, बिहार की रहने वाली बताई। जिसे 6 अप्रैल 2022 को पीड़ित वृृद्ध महिला का पोता जानकारी मिलते ही वृृद्ध महिला को लेने सखी में आया। 25 अगस्त 2022 को ग्राम-कुरूवां में भटकती हुई अवस्था में मिली पीड़िता भूटन उम्र लगभग 28 वर्ष को छ.ग. श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के जिला सचिव पुनेश्वर सिंह एवं जिलाध्यक्ष अजय चक्रधारी द्वारा आश्रय हेतु सखी में लाया गया, पीड़िता के बताये अनुसार सखी में पदस्थ उप निरीक्षक लाजरूस एक्का व सखी कर्मचारियों के द्वारा परिवारजनों का पता लगाया गया।

इन सभी महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर की सखियों द्वारा सही समय पर रेस्क्यू कर आश्रय स्थल लाया गया तथा संबंधित थाने को एवं पीड़ित वृद्ध महिलाओं के परिवारजनों का पता लगाने की सूचना दी गई एवं सखी के द्वारा व्हॉटसअप व सोशल मीडिया के माध्यम से पतासाजी की गई, तत्पश्चात् पीड़ित वृद्ध महिलाओं के परिवारजनो का पता लगाकर उनको सूचना दी गई कि आपके परिवार के सदस्य आश्रय स्थल सूरजपुर में सुरक्षित है। परिवारजनों का परामर्श किया गया परामर्श पश्चात् पीड़ित महिलाओं को सकुशल परिवारजनों को सुपूर्द किया गया।
जिला सूरजपुर को ऐसी ही कार्य के लिए सन् 2019 में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने रायपुर के साइंस कॉलेज के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में उत्कृष्ट कार्य के लिए महिलाओं को प्रमाण पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर नारी शक्ति सम्मान दिया जाना था, इस सम्मान को पाने वालों में जिले के सखी वन स्टाप सेंटर का नाम भी शामिल था। ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सूरजपुर सखी वन स्टाप सेंटर केन्द्र प्रशासक विनीता सिन्हा को महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने नारी शक्ति सम्मान दिया। जो जिले के लिए गौरव और सम्मान की बात है।