कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी द्वारा किए जा रहे सड़क मरम्मत कार्य का किया निरीक्षण बोले- सड़क में पानी बहाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई…..

 

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने तारा, प्रेमनगर, रामानुजनगर, कृष्णपुर में लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे सड़क मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारी, कर्मचारियों से सड़क निर्माण में प्रयुक्त किए जा रहे डामर के तापमान एवं उसकी मात्रा की जॉच कराकर निर्माण कार्य की गुणवत्ता को परखा। कलेक्टर ने सभी सड़कों की मरम्मत का कार्य समय अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री महादेव लहरे ने सड़कों की मरम्मत के लिए तैयार कार्ययोजना के संबंध में जानकारी देते निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण किए जाने की बात कही।

सड़क में पानी बहाने वालों पर कड़े कार्रवाई करने दिए निर्देश
कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने खराब हुए सड़क मरम्मत एवं नवीन सड़क निर्माण कार्य की निरीक्षण के दौरान रामानुजनगर एवं प्रेमनगर में सड़क किनारे बनाए गए दुकानदारों के द्वारा सड़कों पानी बहाए जा रहे हैं। उन्होंने पानी के उचित निकासी के लिए नियमानुसार पाइप लगाने दुकानदारों को समझाइश दी जिससे पानी सड़कों में ना रुके एवं सड़क खराब ना हो। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग को कड़े निर्देश देते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मौके पर उपस्थित लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता महादेव लहरे ने बताया कि तारा, प्रेमनगर, रामानुजनगर, कृष्णपुर मुख्य जिला को जोड़ने वाला मार्ग है। जिसकी लंबाई 63.6 किलोमीटर है। जिसमें 12.6 किलोमीटर का मार्ग पीडब्ल्यूडी संभाग सूरजपुर के अंतर्गत है जिसकी डामरीकरण नवीनीकरण एवं मजबूती करण की स्वीकृति छत्तीसगढ़ शासन से 1010 लाख की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शेष बचे 51 किलोमीटर का मार्ग सीजीआरडीसी के अंतर्गत था। जिसे पार्ट-पार्ट में 25 किलोमीटर का उन्नयन एवं डामरीकरण इस विभाग द्वारा पूर्व में कर दिया गया है। 26 किलोमीटर में भू अर्जन एवं फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण सीजीआरडीसी विभाग द्वारा इस भाग में कोई भी कार्य नहीं किया गया है तथा शेष भाग लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरण करने हेतु उच्च अधिकारियों से निर्देशित किया जा चुका है। श्री लहरी ने बताया कि 26 किलोमीटर लंबाई में 12 किलोमीटर का भाग डामरीकृत है तथा शेष 14 किलोमीटर का सरफेस जीएसबी डब्ल्यूएमएम लेवल तक है जिसमें बरसात में डब्ल्यूएमएम पैच बनाकर कार्य को यातायात हेतु सुगम बनाया गया था 26 अक्टूबर 2022 से इस भाग में डामर का पैच बनाया जा रहा है जिसमें लगभग 5 किलोमीटर लंबाई में डामर पैच का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा शेष बचे मरम्मत कार्य में भी शीघ्र ही पैच का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा डब्ल्यू एम एम पैच एवं डामर का पैच बनाए जाने से मार्ग के सरफेस में सुधार आया है आवागमन सुगम हो गया है तथा आम जनता में हर्ष व्याप्त है। निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता महादेव लहरे, एसडीओ मिश्रा एवं विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित ठेकेदार उपस्थित थे।