यहाँ की पुलिस पर लगा रिश्वतखोरी का आरोप, पीड़ित ने शपथ पत्र के साथ थाने में की शिकायत…उच्चाधिकारियों से निष्पक्ष जांच की लगाई गुहार

 

 

कोरबा/कटघोरा :- पुलिस का एक सनसनीखेज वाक्या सामने आया है जहां पुलिस पर रिश्वत मांगने का संगीन आरोप लगा है। अब पुलिस पर लगे इस आरोप में कितनी सच्चाई है यह कह पाना तो मुश्किल है, बहरहाल पीड़ित ने पुलिस पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर हड़कंप मचा दिया है, जो जांच उपरांत ही स्पष्ट हो पायेगा। वही जिला कोरबा एसपी संतोष सिंह लगातार पुलिसिया व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ साथ विशेष अभियान भी चला रहे हैं, जिससे जिले में आमनागरिको को खासा लाभ मिल रहा है। वही कटघोरा पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप लगना एसपी कि एक राये पर पानी फेरने में कोई कसर नही छोड़ रहा है। दरअसल यह पूरा माजरा जिला कोरबा के थाना कटघोरा का है जहां पीड़ित ने थाना में पदस्थ आरक्षको पर पैसा मांगने का गम्भीर आरोप लगाया है। अब पीड़ित ने शपथ पत्र जारी कर उच्चाधिकारियों से निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।

उक्त आरोप की बात करे तो पीड़ित द्वारा जारी शपथ पत्र से स्पष्ट हो रहा है जिसमे जिक्र है कि जिला कोरबा अंतर्गत थाना कटघोरा में पदस्थ आरक्षक संदीप पांडेय व शिवशंकर परिहार ने मामला रफा दफा करने के एवज में पीड़ित से तीस हजार रुपये की मांग की है। बहरहाल इस आरोप में कितनी सच्चाई है यह तो पुलिस की जांच उपरांत ही स्पष्ट हो पायेगा, लेकिन पीड़ित ने पुलिस पर रिश्वत मांगने का गम्भीर आरोप लगाकर पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

कटघोरा थाना में पदस्थ आरक्षक संदीप पांडेय

बता दे कि नगर पालिका कटघोरा के अंतर्गत वार्ड क्र.05 नवागांव निवासी गोल्डी जायसवाल पिता हरप्रसाद जायसवाल ने थाना में उपस्थित होकर शपथ पत्र के साथ शिकायत पेश की है जिसमे जिक्र है कि गोल्डी जायसवाल का ड्राइवर अमर सिंह व अन्य साथी दिनांक 05/10/2022 को कटघोरा शराब भट्ठी से 10 पाव देशी मदिरा लेकर एक्टिवा स्कूटी से आ रहे थे, तभी भट्ठी से 100 मीटर की दूरी पर कटघोरा थाना में पदस्थ आरक्षक संदीप पांडेय व शिवशंकर परिहार ने उक्त ड्राइवर को रुकवाया और एक्टिवा को चेक किया गया जिसमें 10 पाव देशी मदिरा मौजूद था, इस दौरान ड्राइवर अमर सिंह का साथी मौका देखकर भाग निकला और आरक्षको ने अमर सिंह को पकड़ लिया जहाँ अमर सिंह को सीधे थाना लाया गया, शिकायत में जिक्र अनुसार अमर सिंह को थाना में आरक्षक संदीप पांडेय द्वारा मामला रफा दफा करने के एवज में 30 हजार रुपयों की मांग की गई, जिस पर ड्राइवर ने मालिक से बात करने की बात कही और ड्राइवर अमर सिंह ने अपने मालिक गोल्डी जायसवाल को आपबीती बताई, तब गोल्डी जायसवाल थाना पहुँचा जहां आरक्षक संदीप पांडेय व शिवशंकर परिहार द्वारा गोल्डी को पैसा देकर मामला रफा दफा करने की बात कही, जिस पर गोल्डी जायसवाल ने आरक्षक को अवगत कराया कि 10 पाव देशी मदिरा में क्या मामला बनेगा तो आरक्षक संदीप पांडेय ने गोल्डी को कानून का पाठ पढ़ा दिया और ड्राइवर अमर सिंह पर धारा 36 (च) का मामला बना दिया जहां गोल्डी जायसवाल ने ड्राइवर को मुचलका पर छुड़वाया।

कटघोरा थाना में पदस्थ आरक्षक शिवशंकर परिहार

शासन की नीति अनुसार एक व्यक्ति को 5 पाव देशी मदिरा लाने व पीने का अधिकार है वही अमर सिंह की माने तो इस दौरान उसने किसी भी तरीके का नशा नही किया था, वह केवल मदिरा लेकर जा रहा था। तो आखिर पुलिस ने उक्त धारा किस बिना पर लगाई यह समझ से परे है? हालांकि पुलिस ने अमर सिंह पिता सोनसाय निवासी वार्ड क्र.05 नवागांव पर अपराध क्र.375/22 धारा 36(च) को मारुति शो रूम के सामने भट्ठी जाने वाले रास्ते मे 1 पाव देशी मदिरा का सेवन करते हुए एक डिस्पोजल सहित पकड़ा था, जिसे गोल्डी जायसवाल द्वारा मुचलके पर छुड़वाया गया था।

पुलिस पर रिश्तखोरी के आरोप लगना तय करता है कि पुलिस किस मुकाम पर कार्यरत हैं कटघोरा थाना में पदस्थ आरक्षक संदीप पांडेय व शिवशंकर परिहार के खिलाफ पीड़ित ने शपथ पत्र के साथ थाने में शिकायत पेश की है जो जांच का विषय है, जांच उपरांत ही स्पष्ट हो पायेगा की आखिर इन आरोपो में कितनी सच्चाई है और आरोप सत्य पाए जाने पर उक्त आरक्षको पर क्या कार्यवाही होगी?

✍️ साकेत वर्मा/जिला प्रतिनिधि कोरबा