एक बस जो वर्षो से सुबह के आठ बजने का कराती है। एहसास…

बगीचा✍️जितेन्द्र गुप्ता

एक बस जो सालों से, सुबह के आठ बजने का कराती है एहसास
बस के ब्रेक की आवाज से ग्रामीणों को चल जाता है। 08 बजने का पता।

करीब तीस सालों के अनुभव बताते हैं, ग्रामीण
बगीचा गांव में मुर्गे की बांक से भोर हो जाता है।लोग जाग जातें हैं।लेकिन एक बस ऐसी है, जिसके ब्रेक की आवाज से ग्रामीण जान जाते हैं। कि आठ बज गए हैं।
महुवाडीह गांव के राजेंद्र बताते हैं कि, एक बस जो सुबह जशपुर जाती है, जिसके ब्रेक कि आवाज से सुबह के 08 बजने का एहसास हो जाता है।
जीवा राम कहते हैं, कि पहले यह बस 07 बजे यहाँ पहुँचती थी. तब उन्हें 07 बजने का पता चल जाता था. और अब इसके मालिक ने कुछ सालों से बस का टाइम चेंज कर दिया है. और अब इस बस के आवाज से 08 बजने का पता चलता है।
महेश राम बताते हैं कि जहाँ तक उन्हें याद है, करीब 30 साल से यह बस समय का एहसास कराती है. वह कहते हैं, कि बस के ब्रेक कि आवाज इतनी होती है, कि आधा गांव सुन लेता है।
तकनिकी जानकार कहते हैं, कि यह आवाज ब्रेक और ड्रम कि आवाज से उत्पन्न होती है. जो ड्राइवर के ब्रेक दबाते ही आने लगती है।
बहरहाल, यह आवाज बस मालिक के लिए एक एड से कम नहीं है, जो एक सिम्बल बन गई है।