हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत में विभिन्न लंबित प्रकरणों का हुआ निराकरण…..

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर /राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के निर्देशानुसार वर्ष 2022 में आयोजित होने वाले नेशनल लोक अदालत के अनुकम में मुख्य संरक्षक छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं कार्यपालक अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य में तालुका स्तर से लेकर उच्च न्यायालय स्तर तक सभी न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाकर राजीनामा योग्य प्रकरणों में पक्षकारों की आपसी सहमति एवं सुलह समझौता से निराकृत किये गये है। लोक अदालत के पक्षकारों की भौतिक तथा वर्चुअल दोनों ही माध्यम से उनके उपस्थिति में निराकृत किये जाने के अतिरिक्त स्पेशल स्टींग के माध्यम से भी पेटी ऑफेस के प्रकरणों के निराकृत किये गये है।

न्यायमूर्ति गौतम भादुड़ी, कार्यपालक अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा सम्पूर्ण लोक अदालत को सफल बनाये जाने हेतु निरंतर प्रयास करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी लगातार अधिक से अधिक मामलों को निराकृत किये जाने हेतु प्रेरित किया गया तथा आज स्वयं राजनांदगांव एव बालोद जिले में आयोजित नेशनल लोक अदालत की स्वयं समीक्षा कर पक्षकारों तथा बार एव न्यायाधीशगणों से चर्चा की गई।
अध्यक्ष, जिला न्यायाधीश, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सूरजपुर अशोक कुमार साहू के मार्गदर्शन में 12 मार्च 2022 के हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला एवं सत्र न्यायालय में 11 एवं तालुका प्रतापपुर में 02 एवं राजस्व न्यायालयों में भी खण्डपीठ गठित किये गये थे। नेशनल लोक अदालत में समस्त न्यायालयों से 998 लंबित प्रकरण एवं 5114 प्रीलिटिगेशन प्रकरण तथा राजस्व न्यायालय में 632 प्रकरण विचारार्थ में रखे गये थे। उक्त प्रकरणों में से 1126 प्रकरणों का पक्षकारों के आपसी समझौते के आधार पर सफलता पूर्वक निराकरण कर कुल 10602435/- रूपये का जिला न्यायालय सूरजपुर द्वारा अवार्ड पारित किया गया। जिसमें 1126 प्रकरणों से संबंधित व्यक्ति लाभान्वित हुये।

आज के लोक अदालत के माध्यम से एक पाँच वर्ष पुराना पति पत्नि के आपसी विवाद को लेकर पत्नि एक वर्ष से अपने दो पुत्रियों को लेकर अपने मायके निवास कर रही थी जिसका मामला पिछले एक वर्ष से न्यायिक मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह के कोर्ट में लंबित था जो आज न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सदस्यगण के अथक प्रयास से दोनों के मध्य विवाद समाप्त हुआ एवं दोनों खुशी खुशी साथ रहने हेतु अपने घर को गये।