कछार शिव शक्ति मंदिर में चैत्र नवरात्र में भक्तो का लगा ताँता…

पत्थलगांव✍️ जितेन्द्र गुप्ता

कछार के शिव शक्ति मंदिर में भक्तो का लग रहा है भारी भीड़ आसपास के गाँव से पहुच रहे भक्त मंदिर के बाहर दूर दूर तक खड़े है वाहन

हर बार से इस वर्ष की भक्तो की उमड़ती भीड़ को देख के ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि कछार शिव शक्ति मंदिर के प्रति लोगो की आस्था किंस कदर है। कछार मंदिर समिति सुबह से शाम तक संध्या आरती एवं रात्रि माता की रसोई प्रसाद के लिए तैयारी करते रहते है। सभी मंदिर समिति के सदस्य पूरी लगन से कार्य करते देखे जा रहे है।

नवरात्रि के पंचम षष्ठ और सप्तम दिवस में मां दुर्गा की उपासना पूजन पाठ की विधि को समझाते हुए आचार्य चन्द्रेश्वर मिश्रा  ने बताया कि इस युग में किन किन लोगो को मां की कृपा प्राप्त हुई बहुत ही अच्छे ढंग से बाताये ,,एकैव शक्ति: परमेश्वरस्य,भिन्नाश्चतुर्धा व्यवहारकाले।पुरुषेषु विष्णुर्भोगे भवानी,समरे च दुर्गा प्रलये च काली।।वस्तुत : जगज्जननी माता दुर्गा धर्म, अर्थ,काम और मोक्ष चतुर्विध पुरुषार्थ को प्रदान करने वाली है। अखिल ब्रह्माण्ड नायिका मातेश्वरी दुर्गा परमेश्वर की उन प्रधान शक्तियों में से एक है,जिनको समय -समय पर अपनी आवश्यकतानुसार प्रकटित कर परब्रह्म परमात्मा ने विश्व का कल्याण किया है। इनकी आराधना करके भक्त जिस कामना से जिस वस्तु की इच्छा करता है, अल्प प्रयास से ही उसकी अवश्य सिद्धि होती है उसी परमात्मा की आद्या शक्ति दुर्गा की उत्पत्ति एवं माहात्म्य का वर्णन महर्षि वेदव्यास रचित मार्कण्डेय पुराण के सावर्णिक -मन्वन्तर कथा के अन्तर्गत देवी माहात्म्य में किया गया है वहीं अंश जगतप्रसिद्ध दुर्गा सप्तशती के नाम से प्रत्येक आस्तिक जन के मानस में कामधेनु के समान व्याप्त है इसलिए तो किसी प्रकार की आपत्ति प्राप्त होने पर राजा,रंक आदि सभी एक मात्र इसी दुर्गा पूजा और पाठ का आश्रय ग्रहण करते हैं।इस युग में भगवती दुर्गा की कृपा पात्र रहे अनंत श्री विभूषित आद्यशंकराचार्य संस्कृत साहित्य के रत्न कालिदास,राम कृष्ण परमहंस, छत्रपति शिवाजी, लोकमान्य तिलक एवं मदन मोहन मालवीय आदि ये सभी अपनी कीर्ति स्थापित कर चुके हैं मां दुर्गा उपासना करके अतः माता कि शक्ति अपरंपार है और श्रद्धा से किया हुआ भक्ति से शक्ति आवश्य प्राप्त होता है।

 

कछार शिव मंदिर के कार्यक्रम में कृष्णा अग्रवाल, पद्मन पटेल, खितिस खूंटियां, जितेन्द्र गुप्ता, पप्पू यादव, गोपाल गोयल, चिंटू अग्रवाल, आयुष अग्रवाल, त्रिलोचन यादव, टुनटुन मिश्रा, नन्दलाल यादव, लछमन यादव, दिपांसु अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, पंकज गोयल एवं अन्य मंदिर समिति के साथी मिल कर मंदिर के सभी कार्यक्रम में हाथ बटा रहे है।