स्कूलों में क्या पढ़ाते होंगे ऐसे शिक्षक जो लगातार विवादों में रहने जाने जाते है। बात है उन्ही दो शिक्षको की जो पूर्व में दो-दो बार सस्पेंड हो चुके है अब उन्ही दो शिक्षको की फिर से उच्च अधिकारियों से की गई है शिकायत…

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

लगातार विवादों में रहने की है आदत ऐसे ही दो शिक्षको की खुली पोल शिक्षा विभाग के अधिकारी ने उच्च अधिकारियों से शिकायत कर कार्यवाही करने मांग की

कहावत है एक शिक्षक के जीवन में दो रंग होते हैं एक सफेद रंग (चॉक) एवं दूसरा काला रंग (ब्लैक बोर्ड) उन्ही दोनों रंगो से विद्यार्थियों के जीवन को रंगो से भरता आया है। शिक्षक परंतु यहां ऐसे शिक्षकों की बात हो रही है जो क्रुरता, चरित्रहीनता, शराब सेवन एवं ब्लैक मेलिंग कर पैसे वसूलने से लेकर सरकारी नोकरी में रहते हुए पूर्व में गाँव वालों को चुनाव बहिष्कार करने तक मे रह चुका है। संलिप्त
बात करते है उन्ही शिक्षको की सूर्य लाल साहु जो प्रधानपाठक शासकीय प्राथमिक शाला भालूखार वि.ख. पत्थलगांव एवं संजय मेहर प्रधानपाठक शास.प्रा.शाला खजूरघाट वि.खं. फरसाबहार में पदस्थ शिक्षकों की। जिन्होनें दिनांक 18/03/2024 को कलेक्टर जशपूर को आवेदन देकर एवं अपने द्वारा तथाकथित विडियो बना कर शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध आरोप लगाया है।


उक्त संबंध में जब विकासखण्ड पत्थलगांव के शिक्षा विभाग के बी.आर.सी.सी. वेदानंद आर्य से बात कर जानकारी ली तो उन दोनों शिक्षको के चौकाने वाले बात सामने आए उन्होने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला भालूखार का निरीक्षण मेरे द्वारा किया गया था जिसमें शाला में अनेक कमियां पाई गई जिसको लेकर दिनांक 28/02/2024 को सूर्यलाल साहु को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। सबंधित शिक्षक द्वारा अपने गलतियों को छुपाने एव बी.आर.सी.सी. तथा शिक्षा विभाग को बदनाम करने के उद्देश्य से कूटनीति के तहत नोटिस का जबाब देने एवं जानबुझकर उस वक्त पैसा देने की बात कही जबकि मेरे द्वारा साफ तौर से पैसे लेने से मना कर दिया फिर भी बार बार खर्चा पानी ले लीजिए कहता रहा जिससे ये स्पस्ट दिखता है की इनका पैसा देते हुए वीडियो बनाने की मंशा रही होगी और वही हुवा विभाग के कर्मचारी के पास जाकर रजिस्टर में रुपये रख कर अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया और जबरन फसाने की कोशिश करते हुए वीडियो बनाया जो कि विडियो में स्पष्ट है। अब खेल शुरू हुआ आगे जो इन शिक्षकों की मंशा रही थी ब्लैक मेलर शिक्षकों द्वारा ब्लैकमेलिंग करते हुए पहले पांच लाख और फिर दो लाख पचास हजार लेने पर विडियो को नष्ट करने की बात कही पैसे नहीं देने के पर विडियो वायरल करने एवं विभाग की छवि धूमिल करने की बात उनके द्वारा कही गई।


चूंकि ऑफिस आये दोनों शिक्षक पूर्व में दो, दो बार अपने द्वारा विभिन्न तरह के किर्याकलापो में संलिप्त रहकर सस्पेंड हो चुके है। इस चलते इनके द्वारा किये गए सभी कार्यो की सूचना तथ्यों के साथ दिनाँक 07/03/2024 को वेदानंद आर्य बी.आर.सी.सी. द्वारा लिखित में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पत्थलगांव को तथा थाना प्रभारी पत्थलगांव को दिनांक 11/03/2024 को भी सूचना दे दी गई

एवं दिनांक 12/03/2024 को संयुक्त संचालक, सरगुजा, एवं ज़िला कलेक्टर जशपूर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत (नोडल अधिकारी शिक्षा विभाग) जशपुर, जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर एव्र जिला मिशन समन्वयक (समग्र शिक्षा) जशपुर को संबंधित ब्लैकमेलर शिक्षको के द्वारा किये गये कृत्य की सूचना तथ्यों के साथ पैसे की मांग करते हुए ऑडियो को देते हुए सबंधित दोनों शिक्षको के ऊपर कार्यवाही हेतु लिखित पत्र दे दिया गया था

अब पूरे किस्से को इस तरह समझिए तो समझ पाएंगे की आखिर दोनो ब्लैकमेलर शिक्षकों द्वारा 14 दिन पश्चात् दिनांक 18/03/2024 को कार्यवाही के डर से कलेक्टर जशपुर एवं पुलिस अधीक्षक जशपुर से बढ़ा चढ़ा कर लिखित शिकायत कि जो निरर्थक है। अगर चाहते तो 04/03/2024 को बनाये गये विडियो को दो से तीन दिवस के भीतर अधिकारियों को सूचित कर सकते थे लेकिन ब्लैकमेलर शिक्षको के द्वारा ऐसा नही किया गया जो कि अपने आप में एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है एवं जांच का विषय है, क्योंकि उन्हें विडियो के बदले मोटी रकम ब्लैकमेल कर वसूलना की मंशा थी जो इनके द्वारा की शिकायत से जाहिर भी हो रही है। आपको बता दे पूर्व में ये दोनो शिक्षकों द्वारा कई बार इनके अनेक किये गए कृत्यों से विभाग की छवि धूमिल हो चुकी है। संजय मेहर पूर्व में अपने ही शाला के छात्राओं से छेड़छाड़ एवं अपने ही शाला के रसोईया से भी छेड़छाड करने के मामला में निलंबित हो चुका है। एवं सूर्य लाल साहु भी अपने कृत्यों के कारण दो बार निलंबित हो चुका है। सूर्य लाल साहु का एक बिडियो भी सामने आया है जिसमें सूर्य लाल साहु द्वारा शराब का सेवन कर स्कूल समय में शाला में होना पाया गया है। एवं संजय मेहर प्रधानपाठक विकासखण्ड फरसाबहार का शिक्षक होते हुए भी शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित करते हुए शाला छोड़कर अन्य विकासखण्डों में जाकर विभाग की छवि एवं जिले की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। संजय मेहर ही इस पूरे साजिश का मास्टर माइंड है। जो कि स्वयं चरित्रहीन होकर शिक्षक का नकाब पहना हुआ है।

वही मिली जानकारी अनुसार ज्वाइंट डायरेक्टर सरगुजा ने पत्थलगांव विकासखंड शिक्षा अधिकारी से मिले शिकायत पत्र के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी जशपूर से जांच करते हुए दोनों शिक्षक सूर्यलाल साहू, भालुखार, एवं संजय मेहर खजूरघाट के विरुद्ध अनुशात्मक कारवाही करने निर्देशित किया है।