जिले में आज हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत का किया गया आयोजन….

 

 

सूरजपुर/ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के दिशानिर्देशन में आज दिनांक 09 मार्च 2024 को जिला एवं सत्र न्यायालय सूरजपुर, कुटुम्ब न्यायालय सूरजपुर, तालुका न्यायालय प्रतापपुर एवं जिले के समस्त राजस्व न्यायालयों में हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।

लोक अदालत का शुभारंभ जिला न्यायाधीश के कोर्ट कक्ष से गोविन्द नारायण जांगड़े, जिला न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सूरजुपर, न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं बैंक अधिकारीयों द्वारा द्वीप के प्रज्वलन कर किया गया। खण्डपीठ क्र0 – 02 न्यायाधीश श्री संतोष शर्मा, कुटुम्ब न्यायालय सूरजपुर न्यायालय में पति-पत्नि के बीच विवाद के 6 मामले लगे थे। पति-पत्नी आपसी विवाद के कारण वर्षो से एक दूसरे से अलग रह रहे थे आज के नेशनल लोक अदालत में वर्षो से अलग रह रहे पति-पत्नी को आपसी राजीनामा, सुलाह समझौता कराकर 6 परिवारों को टूटने से बचाया है। उक्त टुटते परिवारों को जोड़ने में खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारी न्यायाधीश संतोष शर्मा एवं सदस्यगण मनोज कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रसाद यादव महत्वपूर्ण योगदान रहा। चाचा-भतीजा के मध्य लम्बे अरसे से चल रहे सिविल विवाद का हुआ निराकरण नेशनल लोक अदालत के माध्यम खण्डपीठ क्र0-4 न्यायाधीश श्रीमती सुषमा लकड़ा के न्यायालय में सिविल प्रकरण क्र०- 961 / 2022 गंभीरन उम्र 64 वर्ष विरूद्ध मनोहर के मध्य विवादित भूमि के संबंध मे घोषण, निषेधज्ञ व विभाजन संबंधी प्रकरण जो कि ग्राम गणेशपुर स्थित पैत्रिक भूमि व मकान का है। बंदोबस्त के समय परिवार के वरिष्ठ सदस्य विपता (वर्तमान वादी एवं प्रतिवादी के पूर्वज) के नाम दर्ज हुआ है। विपता के मृत्यु के पश्चात् उसके दोनो पुत्रों का नाम दर्ज न होकर एक पुत्र प्रतिवादी मनोहर के नाम भ-राजस्व मे त्रुटिवश दर्ज हुआ। भू-अभिलेख मे दर्ज नाम के आधार पर प्रतिवादी स्वयं को एकमात्र स्वत्व धारी समझता था जिसका विवाद उभयपक्ष के मध्य था आज नेशनल लोक अदालत मे प्रतिवादी, वादी को उसका हिस्सा देने को तैयार हो गया और आपसी राजीनामा कर सुलाह समझौता कर दोनो अपने-अपने हिस्से मे रहने के लिए हंसी-खुशी से राजी हुये और विधिवत विभाजन हेतु तैयार होकर प्रकरण का निपटारा नेशनल लोक अदालत मे किये। उक्त समझौते में खण्डपीठ क्र०-4 के सदस्यगण सुशील निगम, एम.एम.तिवारी, प्रकरण के अधिवक्तागण एम.के. गिरी व एस.एन. बघेल पक्षकार वादी गंभीरन प्रतिवादी मनोहर उपस्थित थे। लोक अदालत में न्यायालय में लंबित आपसी विवाद के मामले, व्यवहार वाद,मोटर दुर्घटना दावा, परिवारिक विवाद, जिला न्यायालय में वर्षो से लंबित राजस्व प्रकरणों एवं बैंक ऋण, विद्युत, जल के बकाया देयकों का प्रीलिटिगेशन प्रकरण नेशनल लोक अदालत में रखे गये थे। प्रकरणों के निराकरण हेतु जिले में कुल 29 खण्डपीठ गठित किये गये थे। हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत में समस्त न्यायालयों से 904 लंबित प्रकरण एवं 6529 प्री-लिटिगेशन प्रकरण विचारार्थ में रखे गये थे। जिसमें कुल 1592 प्रकरण के पक्षकारों में आपसी समझौते के आधार पर सफलता पूर्वक निराकरण कर कुल 30726826 /- रूपये का जिला सूरजपुर द्वारा अवार्ड पारित किया गया। लोक अदालत में कुल 1592 प्रकरणों से संबंधित पक्षकारगण लाभान्वित हुये ।