नहीं रहे डॉक्टर विश्वकर्मा , पारिवारिक परेशानियों से हारी जंग , की आत्महत्या…..

 

 

* नहीं रहे डॉक्टर विश्वकर्मा , पारिवारिक परेशानियों से हारी जंग , की आत्महत्या सूचना पर पहुंची पुलिस को कमरे में मिला सुसाइड नोट “” मैं अपनी जिंदगी से तंग आ गया हूं…

प्रतापपुर / सूरजपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर के पुर्व बीएमओ डॉक्टर अखिलेश विश्वकर्मा ने मंगलवार की देर शाम अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे की जांच की तो वहां उन्हें एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में डॉक्टर लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ गया हूं, अब मैं जीना नहीं चाहता। डॉ. विश्वकर्मा पूर्व में बीएमओ के पद पर पदस्थ रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि वे पारिवारिक कारणों से काफी परेशान थे।


प्रतापपुर नगर के समीपस्थ ग्राम करंजवार निवासी डॉ. अखिलेश विश्वकर्मा वर्तमान में प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे। वे पुर्व में प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ भी रह चुके थे।मंगलवार को प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ड्यूटी कर डॉ. विश्वकर्मा शाम को अपने घर करंजवार पहुंचे। यहां देर शाम लगभग ७.३० बजे उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिजन ने उन्हें फांसी पर लटका देख इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची व जांच के बाद शव को पीएम हेतु अस्पताल भेजा गया। पुलिस को कमरे की जांच में एक सुसाइड नोट भी मिला, इसमें उन्होंने लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ चुका हूं, मैं जीना नहीं चाहता, इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं, इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि डॉ. विश्वकर्मा पारिवारिक कारणों से काफी परेशान थे।