प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जल ग्रहण विकास घटक के तहत ग्राम धरमपुर एवं बरौधी में एक दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ आयोजन…..

 

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जल ग्रहण विकास घटक के तहत कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री लीना कोसम के मार्गदर्शन में 15 मार्च 2023 को ग्राम धरमपुर तथा 16 मार्च 2023 को ग्राम पंचायत बरौधी में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में जलग्रहण समिति, स्वयं सहायता समूह, उपयोगकर्ता दल उपस्थित रहे।

मां सरस्वती के पूजा पश्चात जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुलोचनी पैकरा, वरिष्ठ जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सुरेश पाटले, सरपंच धरमपुर दसरथ पैकरा, सरपंच बसंती किंडो, उपसरपंच बरौधी रामाशंकर, दिनेश सिंह (वरिष्ठ नागरिक), शेखर कुमार सोनी (कृषि विकास अधिकारी), जितेन्द्र झा (ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी विवेक कुमार गुप्ता (जलग्रहण विकास दल सदस्य), उत्तम साहू (सर्वेयर) ग्रामवासी, गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रशिक्षण की शुरुआत किया गया।

प्रशिक्षण में सहायक संचालक कृषि संदीप सिन्हा के द्वारा जलग्रहण प्रबंधन के आवश्यकता, बोल्डर चेक, ब्रश वुड चेक, कंटूर ट्रेंच, समूहों को रिवॉल्विंग फंड, के बारे में जानकारी, उद्यान विभाग से टिकेश्वर साहू के द्वारा व्यक्तिगत और सामूहिक तालाब निर्माण के बारे में, पशुपालन विभाग डॉक्टर चंद्रकांत सिंह के द्वारा पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान, डॉक्टर दिव्य प्रकाश पैकरा के द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी, मत्स्य निरीक्षक नीलमणि चंद्रवशी सर के द्वारा मत्स्य पालन योजना की जानकारी, शैलेंद्र जायसवाल (जलग्रहण प्रकोष्ठ सह डाटा केन्द्र)के जल ग्रहण के बीच क्षेत्र प्रबंधन अंतर्गत उत्क्रमित वनों का पुनर्जीवन वर्षा जल संचयन के घर से खेत में किए जा सकने वाले विभिन्न उपायों स्ट्रेगर कंटूर ट्रेंच, ढाल निर्धारित करने, बोल्डर चेक, गेबियन संरचना निर्माण, परकोलेशन टैंक, खेत तालाब, मत्स्य पालन तालाब, चेक डैम, आदि संरचनाओं की आवश्यकता और उपयोगिता की जानकारी प्रदान की गई जानकारी, डॉक्टर तेजराम बंजारा सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी के द्वारा मिट्टी में पोषक तत्व हरी खाद का इस्तेमाल, दुरेश साय पैकरा सहायक संचालक कृषि के द्वारा जल ग्रहण प्रबंधन की आवश्यकताओं विभागीय योजनाओं की के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।