ढोल बाजे के साथ हुआ अनिश्चित कालीन हड़ताल का आगाज महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर आज 96 कर्मचारी संगठन आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर….

जशपूर✍️जितेन्द्र गुप्ता

जशपुर में ढोल बाजे के साथ हुआ अनिश्चित कालीन हड़ताल का आगाज महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर आज 96 कर्मचारी संगठन आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर आज जिला मुख्यालय जशपुर में कर्मचारी अधिकारी संगठन समेत 96 कर्मचारी संगठन ने ढ़ोल नगाड़े के साथ अनिश्चित कालीन हड़ताल का आगाज किया. इस हड़ताल में हैं.पहली बार न्यायिक कर्मचारी भी करेंगे हड़ताल आये है। वेतन विसंगति वाले मुद्दे पर सहायक शिक्षकों का संगठन भी साथ आये हैं। ज्ञात हो कि पूर्व से निर्धारित महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर होने वाली अनिश्चित कालीन हड़ताल आज सोमवार 22 अगस्त से शुरू हुई है जिसमें कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन समेत 96 कर्मचारी संगठनों ने जिला मुख्यालय और ब्लॉक मुख्यालय में हल्लाबोल किया.इसकी वजह से प्रशासनिक और न्यायिक कामकाज पूरी तरह ठप हो सकता है।


हड़ताली अधिकारी-कर्मचारी द्वारा जिला और ब्लॉक मुख्यालयों पर आज से सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक धरना और सभा होगी । छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के महासचिव राजेश कुमार अम्बस्थ ने बताया, फेडरेशन दो सूत्री मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलित है। इसमें केन्द्र के समान देय तिथि से 34% महंगाई भत्ता एरियर्स सहित एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता देने की मांग शामिल है। फेडरेशन के उमेश प्रधान ने कहा कि पिछले दिनों संगठन ने पांच दिनों के लिए हड़ताल किया था। तब अधिकारियों के साथ दो दौर की बातचीत में मांगों को माने जाने पर सहमति बन चुकी थी। बाद में सरकार ने सुनियोजित रूप ऐसे संगठनों को बातचीत के लिए बुला लिया जो आंदोलन में शामिल ही नहीं थे। उसके बाद 6% महंगाई भत्ता बढ़ाने का आदेश जारी हो गया। यह बहुत कम है और अधिकांश कर्मचारियों को यह स्वीकार नहीं है। ऐसे में प्रदेश के 96 कर्मचारी संगठनों ने आज 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। इसमें न्यायिक सेवा अधिकारी-कर्मचारी संघ और कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संघ भी शामिल हो रहा है। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब न्यायालयों के कर्मचारी किसी हड़ताल में शामिल हो रहे हों। यह हड़ताल मांगों के पूरा होने तक जारी रहेगा।हड़ताल में जिला संयोजक जी पी गीदौडे,उमेश प्रधान लिपिक संघ,राकेश पांडेय न्यायिक संघ, तहसीलदार संघ के प्रमोद कुमार चन्द्रवंशी, स्वास्थ्य संघ टी पी कुशवाहा,
संजीव प्रसाद शिक्षक संघ,प्यारे लाल भगत चतुर्थ कर्मचारी संघ, संतोष स्वर्णकार, फ़ारूक़ जावेद,शोहन भगत
संजय दास, श्रीमती तनुजा साय,ललिता सिंह ओ पी भारती, ललित साहू, शरीन इक़बाल, राजीव सोनी, विद्याचरण सिंह देवलाल भगत,रामनिवास जोल्हे, अशोक भगत, जयधन नायक समेत सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए
इन कार्यालयों पर पड़ेगा बड़ा असर कलेक्टर कार्यालय, राजस्व विभाग, तहसील कार्यालय, जिला न्यायालय, लोक निर्माण विभाग, खनिज, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्कूल शिक्षा, कोषालय, स्वास्थ्य, सिंचाई, आदिवासी विकास विभाग,परिवहन विभाग, जनपद पंचायत, कृषि विभाग, वन विभाग, समाज कल्याण विभाग सहित 52 विभिन्न विभागों पर बड़ा असर पड़ सकता है। सभी कार्यालय में काम ठप होने की संभावना है।