ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्पादकता में नवाचार कर उच्च गुणवत्ता की सामग्री स्थानीय बाजारों के माध्यम से आमजन को उपलब्ध कराना करे सुनिश्चित करें…..

 

 

* डेयरी पशुपालकों के पास नेपियर घास लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ सुश्री तूलिका प्रजापति, उपसचिव छत्तीसगढ़ शासन कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने जिला सूरजपुर के विकासखंड प्रतापपुर के स्वाबलंबी गौठान खड़गवांकला का निरीक्षण किया। उन्होंने गौठान की गतिविधियों में युवा पुरुष समूहों को जोड़ने हेतु निर्देश दिया। मत्स्य विभाग के सहयोग से मछली पालन हेतु कम्पोजिट इकाई तैयार करने की कार्यवाही हेतु निर्देश दिए। पिलखा क्षीर दुग्ध प्रसंस्करण इकाई से जोड़े जाने हेतु विशेष रूप से ग्रामीण औद्योगिक पार्क की गतिविधि की पहल करने हेतु निर्देशित किया। गौठान समिति, स्वसहायता समूहों द्वारा गौठान के संसाधनों का सदुपयोग करते हुए अपनी आजीविका और आमदनी में सुधार कर सभी ग्रामवासियों के लिए आदर्श बनने पर बधाई दी और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शासन की सुराजी गांव योजना अंतर्गत नरवा, गरवा घुरवा और बाड़ी के तहत बनाये जा रहे गोठानों में ग्रामीण अर्थ व्यवस्था और ग्रामीण आवश्यकता के उत्पाद में नवाचार कर उच्च गुणवत्ता की सामग्री स्थानीय बाजारों के माध्यम से आमजन तक उपलब्ध कराने हेतु विशेष उद्देश्य बनाकर लक्ष्य प्राप्त करने हेतु मार्गदर्शन कर निर्देशित किया।

उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र से वैज्ञानिकों को बुलाकर मार्गदर्शन लेने निर्देश दिए तथा नव युवको का समूह बनाने कहा जिससे कोल्ड स्टोरेज, मछली पालन के क्षेत्र में उन्हें रोजगार संबंधित जानकारी दी जा सके। उन्होंने वर्मी कंपोस्ट के बेहतर प्रयोग के लिए लो कॉस्ट तकनीक प्रयोग प्रयोग करने कहा। उन्होंने पशुपालन विभाग को डेयरी पशुपालकों के यहां नेपियर घास लगाने प्रेरित करने निर्देशित किया है।

इसके पश्चात उन्होंने विकासखंड सूरजपुर के चम्पकनगर गौठान का भी निरीक्षण किया। गौठान में बाड़ी गतिविधि हेतु ध्यान देते हुए ज्यादा से ज्यादा मध्यान भोजन में जैविक खाद से उत्पादित सब्जियां उद्यान विभाग के मार्गदर्शन में समूहों को प्रशिक्षित कर स्कूलों को उपलब्ध कराकर गौठान को उपयोगी करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री लीना कोसम, उप संचालक कृषि दिनेश चंद कोशले, उपसंचालक पशुधन विकास डॉ. नरेंद्र सिंह, सहायक संचालक मत्स्य मोहर साय सोनवानी, गौधन न्याय योजना के जिला पंचायत नोडल नीलेश सोनी, सहायक परियोजना अधिकारी महात्मा गांधी नरेगा कृष्ण मोहन पाठक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के ज्ञानेंद्र सिंह, तकनीकी विशेषज्ञ शैलेंद्र जायसवाल एवं अशोक साहू और गौठान समितियों के सदस्य और स्व सहायता समूह के सदस्य उपस्थित रहे।