विश्व आदिवासी दिवस: अधिकार दिवस….
पत्थलगांव✍️ जितेन्द्र गुप्ता
विश्व आदिवासी दिवस: अधिकार दिवस
याक़ूब कुजूर निर्देशक, जीवन विकास मैत्री ने बताया 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है। 13 सितंबर 2007 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने आदिवासी अधिकारों की घोषणा की। 46 अनुच्छेदों में अधिकारों को वर्णित किया गया है। जो उनके अस्तित्व, गरिमा और खुशहली के लिए न्यूनतम मानक है।
7 अगस्त को अधिकार दिवस पाराघाटी के शासकीय स्कूल मैदान में धूमधाम से क्षेत्र के आदिवासियों के द्वारा मनाया गया। क्योंकि 9 अगस्त को पत्थलगांव में वृहद स्तर पर मनाया जाना है। इसलिए तैयारी के नाम ठाकुरपोन्डी, पाराघाटी, बालकपोंडी, कुनकुरी और जोराडोल पंचायतों के आदिवासियों ने 7 अगस्त को ही मनाया। 8 गाँव से नृतक दल ने करम नाच प्रतियोगिता में भाग लिया और सभी दलों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फादर याक़ूब कुजूर, निर्देशक, जीवन विकास मैत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित आदिवासी अधिकारों को विस्तार से समझाया और भारतीय संविधान प्रदत अधिकारों, विशेषकर पेसा व वन अधिकार कानून द्वारा प्राप्त अधिकारों को तत्काल हासिल करने की सलाह दी। विशिष्ट अतिथि श्री बलवंत तिग्गा, बीडीसी ने आदिवासी एकता, संगठन पर ज़ोर दिया ताकि मिलकर समस्यों का समाधान हो। साधराम केरकेट्टा ने नशा मुक्ति पर अपना विचार व्यक्त किया। श्री अकबर तिर्की व प्राचार्य पैंकरा ने शिक्षा के महत्व को लोगों को समझाया। सभा को मुनेश्वर सिंह ठाकुर, विनोद कुमार ठाकुर, राजेंद्र कुजूर, घनसिंह सीदार, जोसेफ बड़ा, आदि लोगों ने भी संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता विलियम एक्का ने की और धन्यवाद ज्ञापन श्रीमति इंजलिना तिग्गा, सरपंच पाराघाटी ने किया। मंच संचालन जयपाल केरकेटटा तथा अनिल प्रताप तिर्की ने किया। कार्यक्रम में पांचों पंचायत के गणमान्य लोग व जीवन विकास मैत्री के सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।