महंगाई भत्ता को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संघ ने किया धरना प्रदर्शन बोले…..

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने दिनांक 29.7. 2022 को एक दिवस का आकस्मिक अवकाश लेकर महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता स्वीकृत करने के संबंध में धरना प्रदर्शन एवं रैली का आयोजन किया। फेडरेशन की तरफ से यह मांग की गई थी केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान में गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए फेडरेशन के संयोजक निरपेन्दर सिंह सहसंयोजक नजीर अहमद खान ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राज शासन के कर्मचारियों को 17% महंगाई भत्ता 1.7 21 से स्वीकृत किया गया है जबकि केंद्र शासन के द्वारा 17% महंगाई भत्ता 1.7.2019 से स्वीकृत किया गया था जिसके फलस्वरूप राज्य शासन के कर्मचारियों को 1.7.2019 से 30.6.2021 तक प्राप्त वेतन में आर्थिक क्षति हो रहा है इसीलिए फेडरेशन ने 4.9.2021 को मुख्यमंत्री जी से चर्चा कर महंगाई भत्ता देने का अपना पक्ष रखा था जिस के संबंध में उन्होंने आश्वासन दिया था लेकिन राज्य शासन ने इस दिशा में आज तक निर्णय नहीं लिया है। राज्य शासन के कर्मचारियों को सातवें वेतनमान पर 22% महंगाई भत्ता 1.5. 2022 से स्वीकृत किया गया है जो कि केंद्र शासन द्वारा महंगाई भत्ता स्वीकृति हेतु निर्धारित तिथि 1 जनवरी एवं 1 जुलाई अनुसार नहीं है। केंद्र शासन द्वारा प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी एवं 1 जुलाई को महंगाई भत्ता स्वीकृत किया जाता है किंतु छत्तीसगढ़ शासन ने नया तिथि एक मई 2022 से स्वीकृत किया जो केंद्र के द्वारा निर्धारित तिथि के विपरीत है। केंद्र शासन द्वारा 17% से 28% महंगाई भत्ता 1.7 21 से प्रभावशील किया है जिसमें देय तिथि 1.1. 2020 का 4% 1.7.2020 का 3% एवं 1.1. 21 का 4% इस तरह कुल 11% सम्मिलित है केंद्र शासन ने 28% से 31% महंगाई भत्ता देय तिथि 1.7. 21 से स्वीकृत किया है तत्पश्चात 31% से 34% महंगाई भत्ता देय तिथि 1.1. 22 से स्वीकृत किया है स्पष्ट हो रहा है कि राज्य शासन के कर्मचारियों के महंगाई भत्ता कटौती होने के कारण वेतन भुगतान में भी कमी हो रही है जो कि मौलिक अधिकारों का हनन है उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से एक निर्णय दिया है कि महंगाई भत्ता कर्मचारियों का हक है किंतु राज्य शासन द्वारा कर्मचारियों के महंगाई भत्ते की कटौती कर उनके मौलिक अधिकारों का भी हनन किया जा रहा है इस कटौती से कर्मचारी असंतुष्ट दिखे एवं कर्मचारियों ने अवगत कराया कि यदि इस धरना प्रदर्शन एवं महा रैली के बावजूद भी शासन महंगाई भत्ता नहीं देता है तो फिर कर्मचारी अधिकारी दिनांक 25.7. 2022से 29.7. 2022 तक कलम बंद काम बंद हड़ताल करेंगे इसी क्रम में यदि मांग पूरी नहीं होती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल का भी आह्वान किया गया है। आंदोलन में चंद्रवेश सिंह सिसोदिया विजय किरण घनश्याम पाणिग्रही,नरेन्द्र सिंह,अनिल मिश्रा, आरबी शिवहरे, श्रीमती शांति दास,श्री दया चौबे,श्री सलीम खान, बृजलाल सुनवानी, संदीप गुप्ता आरबी शुक्ला,इकबाल अंसारी नंदलाल, निर्मल भट्टाचार्य,दीपक अग्रवाल, विजय साहू, सचिन त्रिपाठी, गिरवर यादव, शैलेश गुप्ता,राकेश शुक्ला,संजय त्रिपाठी, भुनेश्वर सिंह, विजय सिंह, विजय साहू,अजय सिंह, संजय सिंह, दिनेश ठाकुर, राजेंद्र सिंह, अवधेश सिंह, धीरेंद्र, उपाध्याय रामसुमेर मिश्रा, देवकरण सिंह, ओम गुप्ता,बृजलाल सुनवानी,मोहम्मद शब्बीर, झोल साय,सुजीमन पानीकर, संगीत पंडो,सतीश जयसवाल रवि वर्मा, विजय साहू निर्मल भट्टाचार्य, नसीम अहमद इश्तियाक अहमद,सुनील पांडे ममता मंडल विक्रम सिंह सुनील कुमार चौरसिया मालिक चंद भगत लालदेव सिंह आयाम आलोक घोष अमरदीप देवांगन श्रीमती स्नेह लता केसरी इत्यादि भारी संख्या में कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे।