महिला जागृति शिविर का हुआ आयोजन, दो गई कानून की जानकारी…..

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला जागृति शिविरों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल के नेतृत्व में टीम द्वारा सूरजपुर नगर से लगे ग्राम चन्दरपुर के ग्राम पंचायत भवन में महिला जागृति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर को पर्यवेक्षक श्रीमती शशि शर्मा ने विभाग के द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं की जानकारी दी। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने उपस्थित महिलाओं को बताया कि महिलाओं के संरक्षण के लिए कई कानून बनाये गये हैं। महिला की सुरक्षा हेतु सरकारें संकल्पित है। कन्या भु्रण हत्या को रोकना, बाल विवाह रोकना, घरेलु हिंसा रोकने के लिए कानून, दहेज प्रताड़ना रोकने के लिए कानून, टोनही प्रताड़ना को रोकने के लिए कानून, महिलाओं के सुरक्षा के लिए टोल फ्री नं. 181, उन्हें सुरक्षित रखने के लिए सखी वन स्टाप सेंटर, महिलाओं को आश्रय देने के लिए सखी के अलावा स्वधार गृह, नारी निकेतन, उज्जवला होम जैसे कितने ही योजना चल रही है। महिलाओं को अधिकार देने के लिए जनप्रतिनिधित्व 50 प्रतिशत आरक्षण आज हमारे पंच, सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य सभी में 50 प्रतिशत आरक्षण है। आज की स्थिति में राशन कार्ड में मुखिया के स्थान पर महिलाओं को सुरक्षित करने एवं अधिकार सुरक्षा के लिए पूरा प्रयास कर रही हैं। किन्तु महिलाओं को अपने अधिकार के प्रति सजग हो और अपने अधिकार के लिए आवाज उठाये इसलिए जागृति शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

यूनिसेफ के जिला क्वाडीनेटर जे.पी. वर्मा ने महिलाओं को कहा कि किशोरी सशक्तिकरण के तहत उनसे सभी माताओं, बहनों को बात करना चाहिए और उनके बदलते स्थिति पर चर्चा करनी चाहिए। उन्हें अपने शरीर पर होने वाले परिवर्तन की जानकारी ठीक से नहीं होने के कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। आप सभी मातृशक्ति से निवेदन है कि किशोरी बालिकाओं को समझाईस और उन्हें सशक्त बनाएं। सखी वन स्टाप सेंटर से सुश्री शबनम सखी वन स्टाप सेंटर में मिलने वाली सभी सुविधाओं के संबंध में महिलाओं से चर्चा की। कार्यक्रम में सेक्टर सूरजपुर-01 के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूूह के सदस्य, आंगनबाड़ी में लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थी महिलाएं, ग्रामीण महिलाएं एवं किशोरी बालिकाएं भी उपस्थित थी।