विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन, प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित अधिवक्ताओं ने किया पौधारोपण….

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन,
प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित अधिवक्ताओं ने किया पौधारोपण….

बलरामपुर :- अब्दुल रशीद

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी के मार्गदर्शन एवं प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रफुल्ल कुमार सोनवानी के अध्यक्षता में कैथोलिक चर्च कंचननगर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त जागरूकता शिविर में अधिवक्ता अवधेश गुप्ता, श्रीमती किरण यादव, छोटेलाल कुशवाहा, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी विकास गुप्ता, प्राधिकरण के कर्मचारी, पीएलव्ही एवं चर्च के समस्त व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रफुल्ल कुमार सोनवानी ने उपस्थित लोगों को पर्यावरण का अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि पर्यावरण जलवायु, स्वच्छता, प्रदूषण, वातावरण तथा वृक्ष सभी को मिलाकर बनता है और ये सभी चीजें हमारे दैनिक जीवन से सीधा संबंध रखता है और उसे प्रभावित करता है। उन्होंने चर्च में उपस्थित लोगों से कहा कि बाईबल के उत्पत्ति की पुस्तक के अनुसार ईश्वर ने तीसरे दिन पेड़-पौधे और पांचवे दिन जीव-जन्तुओं तथा छठवें दिन मानव की रचना की। जीव-जन्तु एवं मानव से पूर्व ईश्वर ने पेड़-पौधों की रचना की अर्थात् ईश्वर भी जीव-जन्तुओं तथा मानव की रचना के पूर्व पेड़-पौधों की रचना कर यह प्रकट करना चाहते हैं कि पेड़-पौधों से ही मानव-जीवन टिका हुआ है, उनके बिना मानव का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने उपस्थित लोगों को भिंड-मुरैना का उदाहरण देते हुए पेड़ लगाकर उसका रख-रखाव करने के लिए प्रेरित किया। पेड़-पौधों की कमी से होने वाले दूष्प्रभाव एवं हानियों से अवगत कराते हुए कहा कि परिवार बढ़ रहे हैं, जिससे घरों की संख्या में वृद्धि हो रही है। घरों के निर्माण के लिए काफी मात्रा में लकड़ियां काटी जा रही है, पक्की ईटों के लिए ईट भट्टा लगाया जा रहा है। ईट भट्टे के कारण जमीन अनुपजाऊ होती जा रही है। साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को मोबाईल का बच्चों के जीवन में दुष्प्रभाव को विस्तार से बताया। उन्होंने बाल न्यायालय में आने वाले प्रकरणों से रूबरू कराते हुए मोबाईल के कारण बच्चों में फैलती जा रही अनैतिकता एवं असंवेदनशीलता को बताया। उन्होंने कानून के महत्व को बताते हुए कहा कि समाज में कानून का होना अति आवश्यक है, कानून के बिना व्यक्ति असामाजिक हो जायेगा एवं पशुवत व्यवहार करने लगेगा। प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मोटर व्हीकल एक्ट के बारे में बताते हुए उपस्थित लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को जो 18 वर्ष से कम उम्र के हैं, उन्हें वाहन चलाने के लिए मना करें तथा स्वयं भी ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
अधिवक्ता अवधेश ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में होने वाले विभिन्न प्रकार के विधिक सेवाओं से लोगों को अवगत कराया गया तथा साथ ही उपस्थित लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने हेतु प्रेरित किया। अधिवक्ता श्रीमती किरण यादव ने उपस्थित लोगों को भरण-पोषण अधिनियम तथा महिलाओं से संबंधित अधिकारों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। छोटेलाल कुशवाहा ने पर्यावरण दिवस पर पेड़-पौधों का महत्व एवं पर्यावरण के बारे में स्वयं की राय को लोगों के मध्य साझा कर पर्यावरण की रक्षा हेतु प्रेरित किया।
प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं उपस्थित अधिवक्ताओं के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण का कार्य किया गया। साथ ही चर्च के स्टॉफ ने भी पौधा लगाये एवं उनके रख-रखाव की भी जिम्मेदारी ली।

जिला प्रतिनिधि बलरामपुर