मतदाताओं की खामोशी ने पार्टियों की बढ़ाई बेचैनी, जीत हार की चर्चाओं का बाजार गर्म, बेसब्री से 3 दिसंबर का है इंतजार…

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर /
मतदान के पहले और मतदान के बाद इस बार जिस ढंग से मतदाताओं ने खामोशी का रुख अख्तियार किया है उससे प्रत्याशी के साथ साथ उनके समर्थक भी खासे बेचैन है।जिससे लोगो 3 दिसम्बर का बेसब्री से इंतजार है।मगर इस इंतजारी के बीच शहर हो गांव सभी जगह कौन जीत रहा है इस चर्चा का बाजार गर्म है। किसी महफ़िल में कांग्रेस का बोलबाला है तो कहीं भाजपा के लिए माहौल है। हर कोई जानना चाहता है कि उसके क्षेत्र से विधायक कौन बन रहा है और राज्य में सरकार किस पार्टी की बन रही है। हालांकि इन सवालों मुकम्मल जवाब 3 दिसंबर को नतीजों के दिन मिलेगा। 3 दिसंबर को दोपहर बाद सभी विधानसभा के नतीजे आ जाएंगे। ईवीएम में प्रत्याशियों का भाग्य बंद हो गया है। स्ट्रांग रूम में बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट को सील कर दिया। बीते शुक्रवार को दूसरे चरण की वोटिंग प्रतिशत सामने आने के साथ ही इस बात की चर्चा सबसे ज्यादा है कि कौन जीत-हार रहा है? चुनाव के बीच ही लोग अपने-अपने आंकलन व अटकलों के आधार पर प्रत्याशियों को हराने और जिताने में लगे है। हर चौराहे पर अभी यह चर्चा आम है कि आखिर कौन जीत रहा है। जिले में कुल 728 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन मतदान केंद्रों में वोटिंग मशीन में मतदाताओं के डाले गए वोट से 42 प्रत्याशियों के भाग्य कैद हो गए हैं।

* ठेले, चौक – चौराहे में जीत हार का आंकलन – इन दिनों देखा जाए तो जिले के तीनों विधानसभा में खेत, गली मोहल्ले, चौक – चौराहे पर होटलों में चाय की चुस्कियों के साथ व अखबार पड़ते सिर्फ एक ही चर्चा ज्यादा चल रही है कि आखिर कौन – जीतेगा चुनाव..?

* बंपर वोटिंग – इस बार समूचे जिले में बंपर वोटिंग हुई है।खास कर महिलाओं ने मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है।वोटिंग के पहले और वोटिंग के बाद महिला हो या पुरुष दोनों मतदाता पूरी तरह खामोश है।जिसकी वजह से प्रत्याशी के साथ समर्थकों की धड़कने बढ़े हुई है।कोई दावे के साथ कुछ भी कह पाने की स्थिति में नही है।यह जरूर है कि कहीं कांग्रेस का बोलबाला है तो कहीं भाजपा को बढ़त मिल रही है।

* इंतजार है फैसले का – दोनों चरणों की वोटिंग पूरी होने के बाद असल आंकलन शुरू हो चुका है। हमारे जैसे सभी वोटर नई सरकार को लेकर उत्साहित हैं। कौन जीतेगा और किसकी सरकार बनेगी यह सवाल अभी सभी के मन है। बस 3 दिसंबर का इंतजार है।

कार्तिक गुप्ता

* जहां जाओ बस नतीजों की चर्चा – वोटिंग के बाद से जहां जाओ वहां नतीजों की ही चर्चा हो रही है। पहले बस्तर की 20 सीटों पर बात हो रही थी अब तो 90 सीटों का आंकलन शुरू हो चुका है। अब बस सभी लोग 3 दिसंबर को नतीजे का इंतजार कर रहे हैं।

राजेश जायसवाल