उमस भरी गर्मी के कारण मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के कारण बिलों से सर्प बाहर आकर फन फैलाने लगे हैं। सर्प दंश के मामले बढ़े

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

पत्थलगांव उमस भरी गर्मी के कारण मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के कारण बिलों से सर्प बाहर आकर फन फैलाने लगे हैं। सर्प दंश के मामले बढ़े

पत्थलगांव में सर्पदंश के अचानक मामले बढ़ गए हैं। विदित हो की दो दिनों से पत्थलगांव में मानसून सक्रिय होकर बारिश की फुहार क्षेत्र की जमीनों को गीली कर रही है जिसकी वजह से क्षेत्र में सर्प सक्रिय हो गए हैं। सर्प भोजन की तलाश में घरों के तरफ भी रुख कर रहे हैं।दो दिनों के भीतर तीन मामले में एक की मौत एक गम्भीर हालत मे बाहर रेफर किया गया वही एक की जान बचाने में चिकित्सक सफल रहे।

पत्थलगांव क्षेत्र में बरसात के समय बढ़ जाता है सर्पदंश का खतरा

बारिश की शुरुआत होते ही पत्थलगांव क्षेत्र में जहरीले सांपों से जान का खतरा बढ़ जाता है. सर्पदंश के कई मामले ग्रामीण क्षेत्रों से अस्पताल तक पहुंचने लगते हैं. इनमें से कुछ की मौत इसलिए हो जाती है क्योंकि लोग सर्पदंश से घायल का पहले झाड़फूंक से इलाज करते हैं और जब जहर पूरे शरीर में फैल जाता है तब वे अस्पताल पहुंचते हैं. एक दिन पूर्व ही प्रशासन द्वारा लुड़ेग बंधनपुर की सर्पदंश से पीड़ित महिला हीरामणि जो सांप के जहर को निकालने के फेर में झाडफूंक करवा रही थी उसे पत्थलगांव सिविल अस्पताल में लाकर भर्ती कराया था यहा चिकित्सको की अथक मेहनत के बाद भी सर्पदंश पीड़ित महिला हीरामणि की गंभीर हालत पर काबू नहीं पाने से उसे बेहतर इलाज हेतु बाहर रेफर किया गया दरअसल सर्पदंश पीड़ित महिला हीरामणि झाड फूंक के चक्कर में काफी समय गवा चूँकि थी बाद में पत्थलगांव तहसीलदार रामराज सिंह ने उसे पत्थलगांव सिविल अस्पताल लाकर इलाज शुरू करवाया परन्तु एंटीवेनम के पर्याप्त डोज के बावजूद भी सर्पदंश पीड़ित महिला हीरामणि की गंभीर स्थिति पर काबू नहीं पाया जा सका और उसे बाहर रेफर कर दिया गया ,वही पत्थलगांव में ही चीडरापारा मोहल्ले में सर्पदंश पीड़ित एक युवक शालीन खेस को समय रहते अस्पताल लाने पर चिकित्सक उसकी जान बचाने में सफल रहे।
एक की मौत परिजन कह रहे सर्प ने सिर्फ फुंकार भरी जिससे हो गई मौत

पाराघाटी निवासी रामनाथ कुजूर पिता रामभरोस घर के बाड़ी की तरफ शाम को लगभग 6 बजे किसी काम से निकला था तभी छिपे जहरीले सर्प ने अपना जहर फुंकार मार दिया जिसके बाद रामनाथ ने घर आकर बताया की सांप ने फुंकार मारा है लेकिन काटा नहीं घरवालो ने पूरा शरीर चेक किया कही भी काटने का निशान नहीं मिलने पर वे आश्वस्त हो गए जिसके बाद सभी लोग खाना खाकर सो गए लगभग ग्यारह बजे रामनाथ को हिचकी आना शुरू हुवा जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी आनन फानन में उसे पत्थलगांव सिविल अस्पताल लाया गया जहा चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक रामनाथ के छोटे भाई रंजित ने बताया की सांप ने फुंकार भरकर जहर छोड़ दिया जहर के असर की वजह से भाई की मौत हो गई। फिलहाल सभी को सतर्क रहने की जरूरत है बारिश से बिलों में पानी भर गया है। इस कारण सर्प बिलों से बाहर आ रहे हैं। इस कारण सर्पदंश की घटनाएं बढ़ गई है। इसलिए सतर्कता बहुत जरूरी है।