क्षेत्र के कुपोषित माताओं और बच्चों को सुपोषित कराने के दिये निर्देश, सरोवर की मेढ़ों की वास्तविक शोभा पेड़ ही हैं : कलेक्टर

 

 

 

* कलेक्टर ने रामानुजनगर एवं प्रेमनगर क्षेत्र का किया औचक निरीक्षण.

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम ने विकासखंड रामानुजनगर एवं प्रेमनगर क्षेत्र में हो रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का अवलोकन करने भ्रमण पर निकले। भ्रमण के दौरान उन्होंने ग्राम कृष्णपुर में अमृत सरोवर निर्माण और गौठान में रीपा के अंतर्गत कार्यों, रामानुजनगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के कार्यों तथा प्रेमनगर में अमृत सरोवर निर्माण, केदारपुर में बांध निर्माण तथा प्रेमनगर में संचालित पुनर्वास पोषण केंद्र का अवलोकन किया।

कलेक्टर ने कृष्णपुर गौठान में रीपा अन्तर्गत निर्मित राखी, बोरी सिलाई, पशु आहार की जानकारी ली। उन्होंने राखी निर्माण में लगी समूह की महिलाओं को रॉ मटेरियल सस्ते लाने कहा। जिससे उसके द्वारा किया गया उत्पाद का विक्रय करने पर लाभ मिल सके। उन्होंने राखी बनाने की कास्ट एवं मटेरियल की जानकारी लेते हुए थोक बाजार तलाश कराने कहा जिससे उनके द्वारा उत्पादित सामग्री के लिए अच्छा बाजार मिल सके और उसको विक्रय कर समूह के हिसाब से मुनाफा कमा सके। एक दिन में कम से कम 1500 सौ राखी बनाने का लक्ष्य रखें। उन्होंने रामानुजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का अवलोकन करते हुए कहा कि यहां पर कुपोषित बच्चों और उनकी माताओं को 15 दिवस के लिए रखें तथा उनके खानपान के व्यवहार बदलाव लाने का प्रयास करें। जिससे वे कुपोषण से सुपोषण की ओर आ सके। विशेष पोषण आहार केंद्र के माध्यम से इस क्षेत्र के सभी कमजोर बच्चों को सुपोषित होने का अवसर दे। स्वास्थ्य केन्द्र में रोस्टर अनुसार डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये। किसी भी समय कोई मरीज आये तो कोई न कोई डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद रहे। उन्होंने रामानुजनगर क्षेत्र के लोगों की शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिये। इसके लिए उन्होंने एसडीएम, पंचायत विभाग, शिक्षा विभाग को संयुक्त रूप से मुनादी कराकर शिविर के माध्यम से पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसके बाद उन्होंने स्वामी आत्मानंद स्कूल का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रांगण में पौधारोपण करने, साफ-सफाई करने तथा परिसर में विद्यार्थियों के लिए शौचालय निर्माण करने के निर्देश दिये। उन्होंने बरसात के दिनों में प्रांगण में पानी का ठहराव न हो इसके लिए पानी निकासी के लिए नाली निर्माण कराने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संयुक्त संचालित पुनर्वास पोषण केंद्र की जानकारी ली। उन्होंने प्रेमनगर पुनर्वास पोषण केेन्द्र में भर्ती कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं से बड़ी आत्मीयता से बात की तथा उनको पौष्टिक गर्म भोजन, विटामिन युक्त आहार को अपने दिनचर्या में शामिल करने को कहा। जिससे माताओं के साथ-साथ बच्चें भी स्वस्थ्य रहे। भ्रमण के दौरान के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बनाए जा रहे अमृत सरोवर निर्माण योजना के तहत ग्राम पंचायत केदारपुर में बनाए जा रहे अमृत सरोवर तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने सरोवर के मेढ़ को मजबूत बनाने के निर्देष देते हुए कहा कि तालाब के चारो ओर मेढ़ों पर अच्छे किस्म के पौधे लगवाये। इससे मेढ़ों की मिट्टी कटाई नहीं होगी और मेढ़ मजबूत होंगे। मेढ़ों की शोभा वास्तव में पेड़ ही है।

उन्होंने ग्राम केदारपुर के कसियारीपारा पण्डोपार में ढुकवारी नाला के अन्तर्गत मिट्टी निर्मित बांध का निरीक्षण किया। ढुकवारी नाला में नरवा ट्रीटमेंट का कार्य किया जा रहा है। ढुकवारी नाला में गेबियन, अंडरग्राउंड डाईक निर्माण के साथ-साथ बोल्डर चेक डेम, गली प्लग, कन्टुर ट्रैच, स्टाप डेम, एलबीसीडी, पीडब्ल्यूडी, ब्रस वुड का निर्माण कर नरवा उपचार का कार्य किया गया है। जिसमें बन रहे गेबियन, अंडरग्राउंड डाईक का निर्माण कार्य का अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने बांध में कार्य करने वाले को बधाई दी जिनके द्वारा यह कार्य किया गया। इनमें सरपंच पुष्पेंद्र सिंह, सचिव राम प्रसाद, पंच देव सिंह, अशोक कुमार, मेट मुन्ना राम रजक, अजय कुमार, ग्रामीण राम प्रवेश, बरन राम, कृष्ण कुमार उपस्थित थे।

इस दौरान जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम, एसडीएम नन्दजी पाण्डेय, सीएमएचओ डॉ. आर. एस. सिंह, ईई महादेव लहरे, जनपद सीईओ वेद प्रकाश गुप्ता, एपीओ कृष्ण मोहन पाठक, पीओ भूपेन्द्र बैरागी सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।