प्रेमनगर ग्रामीणो ने सचिव पर लगाये आर्थिक अनिमियता का आरोप, हुई शिकायत, प्रभारी जनपद सीईओ के कार्य प्रणाली पर ऊठ रहे सवाल…..

 

 

* प्रभारी जनपद सीईओ के पदभार संभालते ही लगते रहा है अनिमियता का आरोप, कई दफा हो चुका है शिकायत.

 

शमरोज खान सूरजपुर

सुरजपुर। प्रेमनगर जनपद पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पदभार ग्रहण करने के बाद से पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने कई दफा लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की गई है। किंतु जिले के अफशर सरंक्षण बनाये हुए है। इसी कड़ी में प्रेमनगर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत वृनदावन के स्थानीय ग्रामीणों ने जिला पंचायत को लिखित शिकायत देकर अंगद के पांव की तरह जमे पंचायत सचिव को हटाने की मांग की है तो वहीं आर्थिक अनिमियता का आरोप लगाया है।

ग्रामीणो ने लिखित शिकायत में बताया कि शासन से ग्राम पंचायत के विकास के लिए मिलने वाले 13 वां,14 वां, 15 वां वित्त में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है तो वहीं मूलभूत की राशि गबन किया गया है। ग्रामीणो ने आगे बताया कि हमारे पंचायत पिछले एक वर्ष एक भी विकलांगता पेंशन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, परित्यागता पेंशन की स्वीकृति नही की गई और ना ही स्वीकृत पेंशन की राशि हितग्राहियों के बैंक खाता में स्थान्तरण किया गया है। पंचायत सचिव एक दशक से अधिक समय तक एक ही पंचायत में जमे हुए है। इनके खिलाफ कई दफा शिकायत हो चुका है। किंतु जनपद सीईओ के करीबी होने के कारण आज तक कार्यवाही नही हुआ है। पंचायत के ग्रामीणो मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पैसे की मांग किया जाता है। तो कई और कार्य के नाम पर ग्रामीणो को घुमाया जाता है। ग्रामीणो ने जिला स्तर की टीम बनाकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।

बतादे कि प्रभारी जनपद सीईओ नीलेश सोनी द्वारा कई तरह का अनिमियता किया आ रहा है। इनके द्वारा नियमो को ताक में रख कर अन्य पंचायतों के ग्रामीणों को पंचायत के बगैर सहमति से कार्य दे दिया जाता है। जिसकी शिकायत कई दफा ग्रामीणो ने जिला प्रशासन से किया जा चुका है। जिसके बाद भी कोई ठोस कार्यवाही सामने नही आया है। जिस कारण पंचायत के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों में जनपद सीईओ के प्रति विरोध है। जिसका परिणाम होने वाले विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा।