जिले के एकमात्र शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज का भवन पांच साल बाद भी बनकर नही हो सका तैयार, आखिर कब होगा पूरा……

 

 

शमरोज खान सूरजपुर 

सूरजपुर /  जिला मुख्यालय स्थित जिले के एकमात्र शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज का भवन पांच साल बाद भी बनकर तैयार नही हो सका है। भवन का स्ट्रक्चर निर्माण हो चुका है, लेकिन निर्माण कार्य का भुगतान नही होने के कारण ठेकेदार ने कार्य बन्द कर कार्य को टर्मिनेट करने संबंधित विभाग को पत्र लिख दिया है। वहीं भवन निर्माण का कार्य अपूर्ण रहने की वजह से आज भी पोलिटेक्निक कालेज का संचालन वेटनरी पॉलिटेक्निक कालेज के भवन में किया जा रहा है।

सुरजपुर जिला मुख्यालय में भाजपा शासन काल मे साल 2106 में जिले के एकमात्र शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज का शुभारंभ किया गया था। कालेज का शुभारंभ होने के पांच साल बाद भी आज पर्यंत कालेज का भवन नही बन सका है। यही वजह है कि निर्माणाधीन पॉलिटेक्निक कालेज भवन के बगल में स्थित वेटनरी पॉलिटेक्निक कालेज के भवन की प्रथम मंजिल में शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज का संचालन किया जा रहा है। कालेज में प्रयोगशाला का अभाव होने से विद्यार्थियों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।

शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज मे वर्तमान में जिलेभर के ढाई सौ विद्यार्थी अध्ययनरत है। कालेज प्रबन्धन के पास मात्र 50 बिस्तरीय छात्रावास है। यही कारण है कि जिले के दूरदराज के विद्यार्थियों को आसपास किराए के मकानों में रहकर शिक्षा प्राप्त करने मजबूर होना पड़ रहा है। प्रयोगशाला के अभाव में प्रायोगिक कार्यो के लिए विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

* पांच साल बाद भी अपूर्ण है भवन –जिला मुख्यालय से लगे पर्री गांव में शासकीय पॉलिटेक्निक कालेज सह अकादमी भवन के निर्माण कार्य का ठेका लोक निर्माण विभाग द्वारा साल 2017 – 18 में सरगुजा ब्रिक्स इंडस्ट्रीज बिश्रामपुर को दिया गया था। ठेकेदार द्वारा 746.62 लाख रुपये लागत के कालेज भवन का निर्माण कार्य उसी समय शुरू कर दिया था। भवन निर्माण कार्य को 18 माह की समयसीमा में पूर्ण करना निर्धारित था। लेकिन पांच साल बाद भी भवन निर्माण का कार्य अपूर्ण पड़ा है। भवन का स्ट्रक्चर निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, लेकिन निर्माण कार्य की राशि का समुचित भुगतान नही मिलने से ठेकेदार ने निर्माण कार्य लंबे समय से बन्द कर दिया है। निर्माण कार्य के एवज में ठेकेदार को करीब तीन करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। ठेकेदार की माने तो अभी भी उसे एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान विभाग द्वारा नही किया गया है।

संबन्धित विभाग से लेकर कलेक्टर, जनप्रतिनिधियों समेत मंत्री, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री कार्यालय तक पत्राचार करने के बावजूद फंड नहीं आने की वजह से हमें कार्य का भुगतान नहीं होने की वजह से आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। हमने संबंधित विभाग को कार्य को टर्मिनेट करने के लिए पत्र भी लिखा है। हमें मजबूर होकर न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी।

अमित गोयल, संचालकसरगुजा ब्रिक्स इंडस्ट्रीज

पॉलिटेक्निक कॉलेज का भवन नहीं होने के कारण वेटरनरी पॉलिटेक्निक कालेज के भवन में संचालित किया जा रहा है। कॉलेज के भवन निर्माण अधूरा होने के साथ ही लंबे समय से बंद पड़ा है। 50 सीटर छात्रावास में छात्रावास संचालित है। सौ सीटर छात्रावास निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। भवन निर्माण के बाद विधिवत प्रयोगशाला को प्रारंभ किया जाएगा। फिलहाल प्रयोगशाला की व्यवस्था अंबिकापुर में है।

एनके बुआडे, प्राचार्य,शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज

एआरसीटीई दिल्ली से फंड नहीं आने के कारण पॉलिटेक्निक कॉलेज का भवन निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। इसके लिए संबंधित संस्थान से लगातार पत्राचार जारी है। फंड के अभाव में ठेकेदार ने भी कार्य को टर्मिनेट करने का आग्रह किया है। फंड की राशि प्राप्त होते ही जल्द से जल्द भवन निर्माण का कार्य पूर्ण कराया जाएगा।

 एमके लहरे, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग, सुरजपुर