हर्षोल्लास से मनाया गया त्यौहार तय वक्त पर ईद उल फितर की अदा की गई नमाज देश में अमन चैन और खुशहाली की मांगी दुआएं…..

 

 

शमरोज खान सूरजपुर 

सूरजपुर:-  शुक्रवार  की शाम शव्वाल का चांद दिखाई देने के बाद शनिवार  सुबह ईद मनाई गई। जिले का मुख्य विभिन्न ईदगाह में  जैसे कि मानपुर ,महागावां, मिलपारा ईदगाह  हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मुस्लिम ईदगाह पर नमाज अदा करते नजर आए वही मुसलमान भाई आपस में एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद एक दूसरे को दिए वह कब्रिस्तान में जाकर मरहूम  लोगों के लिए साथिया वाह दुआएं मांगी। तो वहीं  जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती  मुदब्बीर आलम के अगुवाई में ईद की नमाज़ की नियत बताई गई वाह साथ ही नमाज़ की नियत बता कर लोगों को नमाज सही तरीके से पढ़ने को भी कहा,,  नमाज से पहले इमाम के द्वारा आवाम को खुद बा सुनाया जाता है उसके बाद 2 रकात नमाज  अदा की जाती है, नमाज के बाद इमाम के द्वारा मुसलमान समुदाय के लोगों की भलाई के लिए वाह साथी अमन चैन की दुआ समस्त समुदाय के लोगों के लिए की जाती है साथी जो बीमार है कब्रों में आराम फरमा रहे हैं लोगों के लिए दुआएं की जाती है।

ईद खुशियों का त्योहार है. इसका मुस्लिम समुदाय के लोगों में बेसब्री से इंतजार रहता है. चांद के दीदार से जैसे रमजान महीने की शुरुआत होती है, वैसे ही रमजान के आखिरी दिन चांद नजर आने के बाद ही ईद मनाई जाती है. 22 मार्च 2023 को चांद दिखने के साथ भारत में 23 मार्च से रमजान के महीने की शुरुआत हो गई है. तो वही

एक महीने तक लगातार रोजा रखने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है. इस बार भारत में ईद का त्योहार 22 अप्रैल को मनाया गया ,, अरब देशों में अगर 21 अप्रैल को चांद दिखाई नहीं देता है तो 23 अप्रैल को ईद मनाई जा सकती है. इस दिन लोग एक-दूसरे को अपने घर पर बुलाकर सेवई और मिठाइयां खिलाते हैं.

* ईद और चांद का रिश्ता – ईद उर्दू कैलेंडर यानी हिजरी के हिसाब से मनाई जाती है. उर्दू कैलेंडर का 9वां महीना रमजान का होता है जो आमतौर पर 29 या 30 दिनों का होता है. इसके बाद 10वां महीना शव्वाल शुरू होता है, जिसकी पहली तारीख को ही ईद मनाई जाती है. उर्दू कैलेंडर का हर महीना चांद को देखकर शुरू होता है. जब नया चांद दिखाई देता है तो ही नया महीना शुरू होता है. इसी नए चांद को देखकर ईद (शव्वाल) का महीना शुरू होता है. कभी-कभी इसी चांद को लेकर मुसलमानों में मतभेद हो जाता है, जिसकी वजह से दो ईद हो जाती है.* कैसे तय होता है नया चांद – चांद पृथ्वी का चक्कर लगाता है. विज्ञान के अनुसार अगर पृथ्वी अपनी जगह ठहरी रहे. चांद परिक्रमा करता रहे तो 27 दिन में चांद पृथ्वी का एक चक्कर पूरा कर लेता है. लेकिन चांद के साथ पृथ्वी भी घूमती है. जिसकी वजह से पृथ्वी और चांद का एक चक्कर 29 दिन और कुछ घंटों में पूरा होता है. एक चक्कर को पूरा हो जाने के बाद जो चांद दिखता है, उसे नया चांद कहा जाता है।