बिजली की आंख मिचौली से बसदेई क्षेत्र के लोग परेशान, मेन्टेन्स के नाम पर लाखों खर्च फिर भी व्यवस्था तार तार…. आखिर जिम्मेदार कौन…..

 

 

शमरोज खान सूरजपुर 

सूरजपुर। इन दिनो बसदेई व इसके आसपास क्षेत्र  में बार-बार बिजली गुल की समस्या से उपभोग्ता परेशान हैं। इन दिनों दिन में कई बार  लाईट गोल हो जाता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि इस गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी पड़ रहा हैं, और बार-बार लाईट गुल होने से गर्मी से दिक्कतें बढ़ा दी है। गर्मी और उमस से लोग पहले से परेशान है, और इधर बिना कोई सूचना दिए ना जाने कई घंटों मेंटेनेंस के नाम पर लाइट कटौती कर दिया जाता है जिसकी शिकायत कई बार ग्रामीणों ने किया लेकिन आज तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है आगर इस क्षेत्र में रात के वक्त लाइट गोल हुआ तो ना जाने कब आएगी इसका कोई अता पता नहीं।

* ऐई  लोक नाथ नेताम देते रटा रटाया बयान – भैयाथान ब्लॉक में बैठे जिम्मेदार अधिकारी केवल रटा रटाया  बयान देते नजर आते हैं कि मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है आखिर हफ्ते में इस क्षेत्र में कितने बार मेंटेनेंस के नाम पर होता हैं लाइट कटौती ये भी सवाल के घेरे मे,,,,

बिना सूचना दिए कई घंटा रहता है लाईट गोल उपभोक्ता फोन लगाकर परेशान रहते हैं लेकिन उस फोन पर कॉल नहीं लगता है जिससे लोगों में और ज्यादा आक्रोश है इन दिनों स्कूल की छात्राओं को परीक्षा भी चल रहा लेकिन लाइट के आंख में मीचोली के वजह से उन बच्चों का भी इसका असर पढ़ रहा लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस और कब देंगे ध्यान आने वाला समय ही बता पाएग।

* गंभीरता से नहीं लेते अधिकारी –  जैसी ही सरकार बदली, पहले की तरह समस्या पैदा होने लगी। अधिकारी बिजली की समस्या को गंभीरता से लेते नहीं है। कोई सवाल करता है, तो जवाब देने वाले नहीं है। सीधे मुंह बिजली विभाग के अधिकारी बात तक नहीं करत हैं। ऐसे में आम हो या खास सभी को परेशानी बढ़नी है। कम से कम बिन किसी आंधी-तूफान, पानी के बिजल घंटो क्यों बंद रहती है। अगर बंद कर कोई सुधार कार्य किया जाता है अचानक कोई समस्या आ भी गई, तो बकायदा इसकी जानकारी शहरवासियों को किसी न किसी माध्यम से दिया जा सकता है। लेकिन इतन सब करने की जहमत बिजली विभाग नहीं उठाता।

* मेन्टेन्स के नाम पर लाखों खर्च फिर भी व्यवस्था तार तार-अनाप शनाप बिजली बिल के बाद अब विद्युत कटौती व आंख मिचौली से लोग बेहद हलाकान है।बिजली विभाग की अव्यवस्था यहाँ न केवल अधिकारियों पर भारी पड़ रही है बल्कि सरकार की भी भारी किरकिरी हो रही है।जिला प्रशासन इस अव्यवस्था पर खमोशी से सरकार की भदद पिटवाने में लगा है। सर प्लस बिजली व बिजली बिल हाफ का वायदा का दावा तार तार हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली का आलम यह है कि सुबह सात बजते ही आंख मिचौली शुरू हो जाती है जो करीब करीब दो से चार घण्टे लगातार जारी रहती है।इसके बाद जो कटौती शुरू होती है तो फिर वह चार से पांच घण्टे तक बिजली का पता नही रहता।ये रोज की स्थिति है।अधिकारी सुधार की दिशा में क्या पहल करते है ये तो वही जाने पर उपभोक्ता इससे रोज परेशान हो रहै है।मेंटेनेंस के नाम पर लाखों खर्च के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र में में लुंज पुंज तार व जगह जगह शार्ट सर्किट मेन्टेन्स में भ्र्ष्टाचार व अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करता है।