बिजली की आंख मिचौली से नगर के लोग परेशान, 24 घंटे बिजली देने का वादा केवल कागजों पर आखिर इस समस्या से कब मिलेगी निजात….

 

 

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर।  जिला मुख्यालय में बार-बार बिजली गुल की समस्या से उपभोग्ता परेशान हैं। इन दिनों दिन में कई बार लाईट गुल हो जाता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि इस गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी पड़ रहा हैं, और बार-बार लाईट गुल होने से गर्मी से दिक्कतें बढ़ा दी है। गर्मी और उमस से लोग पहले से परेशान है, और इधर रात के वक्त लाइट गुल होने से मच्छरों का प्रकोप बढ जाता है। वही ग्रामीण इलाकों के हालत बहुत बुरा हाल है। जहां अगर बिजली एक बार गोल हो गई तो बिजली लाइन ठीक करने सप्ताह भर से ज्यादा वक्त लग जाता है। तब कहीं जाकर गांव में बिजली पहुंचती है। वहीं सूरजपुर नगर पालिका क्षेत्र की कई वार्डों में मैं खास करके मस्जिद पारा मे बिजली की आंख मिचोली व
लो वोल्टेज की शिकायत जादा है , सबसे अधिक परेशानी रात के वक्त हो रहा है, क्योंकि रात में लो वोल्टेज की समस्या होने से मुश्किलें बढ़ा दी है। दूसरी और देखने को मिल रहा है कि नगर के कुछ क्षेत्रों में लाइट रहता है। और कुछ क्षेत्र में लाइट नहीं रहता है, इसको लेकर विद्युत विभाग के खिलाफ लोगों में आक्रोश व्यक्त करते हैं। विद्युत विभाग के द्वारा संचालित शिकायत नंबर भी कॉल करने पर भी फोन नही लगता है, जिसकी वजह से उपभोक्ताओं की मुश्किलें और बढ़ जाती है।

* ग्रामीण क्षेत्रों की भी हालत खराब – वही ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली लाइन पहुंचाने का काम तेजी से किया जा रहा है। गांव तक बिजली पहुंच रही हैं लेकिन जब यहां सर्विस की बात आती है, तो आज भी ग्रामीण क्षेत्रों का बुराहाल है। अगर इन क्षेत्रों में अगर लाईट गुल हो जाती है. सुधार करने में कई दिनों भी समय लग जाता है। कई जगह पर इसे भी अधिक समय लग जाता है। जबकि जिले के अंदरूनी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की पहुंचने से यहां पर खपत बढ़ गई है। जहां कुलर, पंखा, फिर्जी, टेलीविजन, मोबाईल आदि का ग्रामीण इलाके में चलन बढ़ गया है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अव्यवस्था को लेकर लोगों समय-समय पर शिकायते कर परेशानियों से अवगत करते रहते है। लेकिन इनकी समस्याओं को नजर अंदाज कर दिया जाता है। हालात जस के तस रहते है। बिजली गुल होने के हालत के कारण ग्रामीण विद्युत उपकरण का पूरी तरह से लाभ फायदा नहीं उठा पाते है।

* बार-बार बिजली गुल से होती है दिक्कत – उपभोक्ताओं ने बताया कि बार- घंटे भर फुर्सत हो जाता है। बार बिजली गुल हो रहा है। कूलर, पंखा बंद हो जाता है जिसकी वजह से इन दिनों पढ़ने जिसकी वजह से गर्मी की मार वाली तेज गर्मी से लोग को काफी झेलनी पड़ रहा है। वही अगर रात परेशान हो रही हैं। उन्होंने बताया में लाइट बंद होता है, तो समस्या कि एक बार लाइट गुल हो गई तो और बढ़ जाती है।

* गंभीरता से नहीं लेते अधिकारी – जैसी ही सरकार बदली, पहले की तरह समस्या पैदा होने लगी। अधिकारी बिजली की समस्या को गंभीरता से लेते नहीं है। कोई सवाल करता है, तो जवाब देने वाले नहीं है। सीधे मुंह बिजली विभाग के अधिकारी बात तक नहीं करत हैं। ऐसे में आम हो या खास सभी को परेशानी बढ़नी है। कम से कम बिन किसी आंधी-तूफान, पानी के बिजल घंटो क्यों बंद रहती है। अगर बंद कर कोई सुधार कार्य किया जाता है अचानक कोई समस्या आ भी गई, तो बकायदा इसकी जानकारी शहरवासियों को किसी न किसी माध्यम से दिया जा सकता है। लेकिन इतन सब करने की जहमत बिजली विभाग नहीं उठाता।

* मेन्टेन्स के नाम पर लाखों खर्च फिर भी व्यवस्था तार तार –अनाप शनाप बिजली बिल के बाद अब विद्युत कटौती व आंख मिचौली से लोग बेहद हलाकान है।बिजली विभाग की अव्यवस्था यहाँ न केवल अधिकारियों पर भारी पड़ रही है बल्कि सरकार की भी भारी किरकिरी हो रही है।जिला प्रशासन इस अव्यवस्था पर खमोशी से सरकार की भदद पिटवाने में लगा है। सर प्लस बिजली व बिजली बिल हाफ का वायदा का दावा तार तार हो रहा है।जिला मुख्यालय में बिजली का आलम यह है कि सुबह सात बजते ही आंख मिचौली शुरू हो जाती है जो करीब करीब दो से चार घण्टे लगातार जारी रहती है।इसके बाद जो कटौती शुरू होती है तो फिर वह चार से पांच घण्टे तक बिजली का पता नही रहता।यह रोज की स्थिति है।अधिकारी सुधार की दिशा में क्या पहल करते है ये तो वही जाने पर उपभोक्ता इससे रोज दो चार हो रहा है।मेंटेनेंस के नाम पर लाखों खर्च के बाद भी शहर में लुंज पुंज तार व जगह जगह शार्ट सर्किट मेन्टेन्स में भ्र्ष्टाचार व अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करता है।

* जल्द सुधार करवाया जाएगा – विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता बसंत सोम ने बताया कि मास्जीद पारा में नाली का निर्माण कार्य चालू है इस कारण अभी बीच में लाइट कटौती किया गया था बाकी आप के माध्यम से जानकारी मिली है मैं तत्काल जेई को बोलकर इस समस्या को तत्काल सुधार करवाता हूं