छत्तीसगढ़ ढाबा से मानी चोक तक रोड़ चोड़ीकरण कार्य होगा शीघ्र प्रारंभ, मुआवजा एवं रोजगार हेतु प्रभावित ग्रामवासी अपना दस्तावेज रखे तैयार : कलेक्टर

 

 

 

* भू अर्जन एवं पुनर्वास की समीक्षा बैठक सम्पन्न.

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/  बिश्रामपुर क्षेत्र के गायत्री एवं रेहर भूमिगत खान परियोजना से प्रभावित ग्राम पोड़ी, मानी एवं डेडरी के ग्रामीणों के समस्या के निराकरण के लिए आज कलेक्टर सभा कक्ष में भू अर्जन एवं पुनर्वास की समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, व श्री अमित सक्सेना, क्षेत्रीय महाप्रबंधक बिश्रामपुर क्षेत्र की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

बैठक में गायत्री भूमिगत परियोजना एवं रेहर भूमिगत परियोजना से प्रभावित ग्राम पोंडी एवं मानी गांव के निजी भूमि स्वामियों के सीबीए एक्ट के तहत अधिग्रहित भूमि के एवज में मुआवजे एवं रोजगार के सम्बंध में विस्तार से चर्चा हुआ। जिसमें ग्रामीणों को सीबीए एक्ट के तहत् अधिग्रहित की जाने वाली ग्राम पोंडी एवं मानी की भूमि के एवज में मुआवजा एवं कोल इंडिया आर एण्ड आर पॉलिसी 2012 के प्रावधानों के अनुसार रोजगार के लिए क्लबिंग एवं वरियता सूची के सम्बंध में जानकारी दी गयी। गायत्री परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई भूमि के भूमि स्वामियों की सूची को 30 अप्रैल 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश जिला अधिकारियों को दिये। साथ ही उन्होंने एसईसीएल को निर्देश देते हुए कहा कि अधिग्रहित भूमि की अधिसूचना की प्रति रजिस्ट्रार एवं जिला कार्यालय में उपलब्ध कराये, जिससे की अधिग्रहित भूमि में हस्तांतरण की प्रक्रिया पर रोक लगायी जा सके।

महाप्रबंधक बिश्रामपुर क्षेत्र अमित सक्सेना ने सीएसआर के तहत पोड़ी, मानी एवं डेडरी गांव में किये गए एवं किये जाने वाले कार्यों के बारे में भी सभा को जानकारी दी तथा यह भी बताया की छत्तीसगढ़ ढाबा से मानी चैक तक रोड़ चैड़ीकरण के लिए एसईसीएल मुख्यालय से अनुमति प्राप्त हो गयी है एवं रोड चैड़ीकरण का कार्य शीघ्र हो जाने की बात कही। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को कहा कि किसी के भी बहकावे में आकर ग्रामवासियों द्वारा धरना प्रदर्शन एवं खदान बंद करने सम्बंधी काम नहीं किया जाना चाहिए। खान बंद होने से कोयले की समस्या के साथ राज्य शासन को मिलने वाली रायल्टी की भी हानि होती है। जिससे गाँव के विकास के लिए फण्ड नहीं मिलता है। इससे देश शासन एवं ग्रामीणों सभी को नुकसान होता है।

पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को यह भी बताया कि क्षेत्र में कोयले की चोरी रोकने में ग्रामीण एसईसीएल एवं प्रशासन की मदद करंे, कोयले की किसी भी प्रकार की चोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसईसीएल के तरफ से बैठक के रेहर गायत्री सहक्षेत्र के सहक्षेत्र प्रबंधक संजय एम मिश्रा ने सभी उपस्थित जनों को एसईसीएल के तरफ से धन्यवाद दिया।

बैठक में जिला प्रशासन से संयुक्त कलेक्टर नरेन्द्र पैकरा, अनविभागीय अधिकारी (राजस्व) रवि सिंह, नायब तहसीलदार हिना टंडन, मानी सरपंच श्रीमती सोनामनी, पोड़ी सरपंच श्रीमती मोहर मनिया सिंह, डेडरी सरपंच श्रीमती मानती सिंह एवं अन्य पदाधिकारी तथा जन प्रतिनिधि, एवं तीनों गांव के 10-10 प्रतिनिधि उपस्थित रहे। एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के तरफ से संजय एम मिश्रा, उप क्षेत्रीय प्रबंधक आरजीके एवं अंजीत कुमार सिंह नोडल ऑफिसर भू एवं राजस्व, सतीश वर्मा नोडल ऑफिसर सीएसआर एवं एम पी सिंह सर्वे अधिकारी उपस्थित रहे।