हनुमान जन्मोत्सव पर जोराडोल पहाड़ी स्थित हनुमान मंदिर में लगी भक्तों की भीड़…..

पत्थलगांव जितेन्द्र गुप्ता

हनुमान जन्मोत्सव पर जोराडोल पहाड़ी स्थित हनुमान मंदिर में लगी भक्तों की भीड़,
हनुमान जयंती पर मंदिरों में लगी भक्तों की भीड़ जोराडोल हनुमान मन्दिर में भारी संख्या में परिवार सहित पहुचे श्रद्धालु

6 अप्रैल हनुमान जयंती के पावन पर्व पर पत्थलगांव शहर एवं आस पास के मंदिरों में पूजा अर्चना करने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही, वही पूजा अर्चना में कही संपूर्ण रामायण का पाठ तो कही सुन्दरकाण्ड का पाठ के साथ साथ भजन कीर्तन किया गया, वही शहर से 3 किलीमेटर दूर जोराडोल टेकरी में भी हनुमान जी की बड़े धूमधाम से पंडित भक्ता महाराज के द्वारा जजमान राजे अग्रवाल के द्वारा पूजा अर्चना किया गया जिसमें जिसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया जहा पर जोराडोल स्थित हनुमान टेकरी पर सुबह से ही दर्शन करने भक्तजन आने लगे उसके बाद दोपहर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया।
भंडारा का प्रसाद ग्रहण करते हुए श्रद्धालूगण
विदित हो कि जोराडोल हनुमान टेकरी में आज से 42 वर्ष पूर्व रामकुमार लूदानिया के द्वारा पहाड़ी टीला पर मन्दिर का निर्माण कर हनुमान जी का स्थापना किया गया था जिसकी देख रेख व पूजनसेवा अब स्वर्गीय रामकुमार लूदानिया के पुत्र राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल(राजे) जगदीश प्रसाद अग्रवाल(जग्गी), श्यामलाल अग्रवाल, एवं बजरंग अग्रवालएवम परिवार के द्वारा किया जा रहा है जहाँ प्रति वर्ष हनुमान जयंती के पर्व अवसर पर सम्पूर्ण रामायण का पाठ होने के साथ 24 घण्टे का अखण्ड हरिकीर्तन करते हुवे भव्य पूजन व आरती के बाद भंडारे का आयोजन किया गया जहा नगर पत्थलगांव एवं इंजको, तिलडेगा,आमकनी, कुनकुरी,सहित आस पास के भारी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे परिवार सहित मन्दिर पहुचकर पूजा अर्चना कर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया वही रात्रि 8 बजे पंडित शिवनिवास उरमलिया के सान्निध्य में सुंदर कांड का पाठ भी किया गया,। विदित हो कि जोराडोल हनुमान मंदिर लगभग 11वर्षो से भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।जिसमे पूरा परिवार इस कार्य मे दिन रात जुटा रहता है। जोराडोल बस्ती के ग्रामीण पुरष, महिला एवं बच्चे ,अबयान साय ,खरक साय के नेतृत्व में हफ्ते भर पहले से अपना सहयोग प्रदान करते है।एवं अखंड राम नाम का कीर्तन भी इन्ही मंडली के द्वारा किया जाता है।

इस अवसर पर जग्गी अग्रवाल ने बताया कि हम लोग यहां पिछले 42 वर्षों से हनुमान जी की सेवा करते आ रहें है शुरुवात में तो कोई साधन नही थे न सड़क थी, सब हनुमान जी की कृपा है धीरे धीरे सब कार्य हो रहा है। आगे भी मंदिर के जीर्णोद्धार की योजना है ,इन सभी धार्मिक कार्यो से आत्मिक संतुषिट मिलती है सभी वर्ग के लोगो से मिलना जुलना हो जाता है सामाजिक सद्भावना बनी रहती है।