शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य देखभाल है जरुरी : न्यायाधीश आकांक्षा बेक

 

 

राजपुर

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर आयोजित की गई, सामुदायिक स्वास्थ्य परिसर राजपुर में आयोजित शिविर में व्यवहार न्यायाधीश आकांक्षा बेक ने कहा कि व्यक्ति के स्वस्थ रहने पर ही सब कुछ निर्भर है,यदि व्यक्ति स्वस्थ नहीं है तो इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ने के साथ-साथ कामकाज पर भी असर पड़ता है इसके लिए जीवन में समय प्रबंधन के साथ साथ ध्यान और योग भी आवश्यक है,चिकित्सा सेवा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को स्वयं के सेहत का सबसे ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है,क्योंकि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य बहुत जरूरी है अगर व्यक्ति स्वस्थ ना हो तो वह दूसरों की देखभाल कैसे कर पाएगा,चिकित्सीय सेवा क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को देश के कानून में उनके कामकाज को देखते हुए पर्याप्त संरक्षण दिया गया है वही गर्भस्थ शिशु के लिंग परीक्षण का कानून भी है जिसमें ऐसे परीक्षण कराने वाले दंपत्ति और परीक्षण करने वाले चिकित्सक के लिए भी दंड का प्रावधान रखा गया है।

अधिवक्ता जयगोपाल अग्रवाल ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना काल के दौरान आप लोगों ने समाज के लिए जिस तरह से सेवा भाव का परिचय दिया है उसे हमेशा याद रखा जाएगा बीमार व्यक्ति को उनके परिजनों को असामान्य अवस्था में चिकित्सक और अस्पताल ही याद आते हैं। आप सबों के द्वारा सामान्य व्यवहार करने की परिस्थितियों पर भी आप जनता के साथ जोड़कर उनके स्वास्थ्य के लिए बेहतर देने का प्रयास करते हैं यह समाज के लिए बड़ी सीख है।

अधिवक्ता संघ के सचिव सुनील सिंह ने कहा कि 07 अप्रैल 1950 से विश्व स्वास्थ्य संगठन स्थापना के बाद से लगातार आज के तारीख में विश्व स्वास्थ्य दिवस का आयोजन होता है इस दिवस को मनाने का मकसद दुनिया भर में समान स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के प्रति जागरूकता फैलाना स्वास्थ सुविधाओं के मामले में जुड़े हुए मिथकों को दूर करना और वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर विचार करना और उन पर काम करना है। चिकित्सकों के साथ असामान्य व्यवहार उनके कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार के नुकसान पहुंचाने से निवारण के लिए कानूनी प्रावधान किए गए हैं वहीं दूसरी ओर चिकित्सकों व चिकित्सा से जुड़े हुए सभी कर्मियों के द्वारा आम नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में गतिरोध पैदा करने की दशा में कार्यवाही का भी प्रावधान कानून में रखा गया है।

खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रामप्रसाद ने विधि की जानकारियों को बारीकी से प्रदान करने के लिए न्यायाधीशों अधिवक्ताओं के प्रति आभार जताया और कहा कि ऐसी जानकारियां हमारे लिए लाभप्रद होने के अलावा हमें काम करने के लिए प्रेरणा देती है विषम परिस्थितियों में काम करने के बावजूद हम अपना बेहतर देने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहते हैं।
इस अवसर पर अधिवक्ता जितेंद्र गुप्ता स्वास्थ्य कर्मी व अन्य लोग भी मौजूद रहे।