जिले में 28 फरवरी से 31 मार्च तक मनाया जायेगा शिशु संरक्षण माह….

 

 

* माह के प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक दिया जायेगा निःशुल्क सेवा.

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा की अध्यक्षता में आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय अंतरविभागीय समन्वय की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला टिकाकरण अधिकारी ने बताया कि जिले में 28 फरवरी 2023 से 31 मार्च 2023 तक शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में निःशुल्क सेवा माह प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक दिया जायेगा। लक्षित समूह के 6 माह से 5 वर्ष 81603 तथा 9 माह से 5 वर्ष के 77096 बच्चों का चिंहाकन किया गया है। शिशु संरक्षण माह के माध्यम से सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर लक्षित समूह को अधिक से अधिक सेवा प्रदाय करना, कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में रिफर करना, बच्चों में रक्त अल्पता को पहचान कर उन्हें दूर करना तथा जोखिम युक्त क्षेत्रों शहरी मलीन बस्ती, झुग्गी झोपड़ी, ईट भट्ठा, भवन निर्माण स्थल, घुमन्तु बंजारे प्रजाति के बच्चों का भी टीकाकरण करना शामिल है। शिशु संरक्षण माह के दौरान बच्चों को विटामीन ए सीरप निर्धारित आयु के बच्चों को निश्चित अंतराल में देना, आईएफए सीरप देना, बच्चों का वजन लेना, पोषण आहार के विषय में बच्चों की आयु के अनुरूप आहार की जानकारी देना, आंगनबाड़ी स्थित सत्रों में सम्पूरक पोषण आहार की सेवाओं का हितग्राहियों की पात्रता व पोषण तत्वों की आवश्यकता अनुरूप उपलब्ध कराना जाना है। साथ ही गंभीर कुपोषित बच्चे जो एसएएम की श्रेणी में हैं उन्हें चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों में आहार की प्रदायगी सहित संक्रमण के उपचार हेतु भर्ती किया जाना है।

जिला टीकाअधिकारी ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों ने अनुरोध किया है कि वे अपने अधिनस्थ समस्त तहसीलदारों निर्देशित करेंगे कि वे अपने अधिनस्त पटवारी एवं कोटवारों को शिशु संरक्षण माह के आयोजन के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु मुनादी कराना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार जिला सीडीपीओ अपने अधिनस्थ आंगनबाड़ी सुपरवाइजर निरीक्षण करने एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी केन्द्र को सही समय पर खोलने के साथ ही शिशु संरक्षण माह में अपनी पूर्ण सहयोग देने कहा है। उन्होंने समस्त विकासखण्ड मुख्यकार्यपालन अधिकारियों से भी आग्रह किया है कि वे अपने अधिनस्थ समस्त सरपंच एवं सचिवों को शिशु संरक्षण माह में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अपनी सक्रिय भागीदारी एवं सहयोग प्रदान करें।