गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न, प्रभारी कलेक्टर ने अधिकारियों को नियमित गौठान भ्रमण करने दिये निर्देश….

गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न,
प्रभारी कलेक्टर ने अधिकारियों को नियमित गौठान भ्रमण करने दिये निर्देश
नोडल अपने आँख और दिमाग खोल कर जानकारी करें अपलोड : प्रभारी कलेक्टर
एण्ट्री की सम्पूर्ण जिम्मेदारी नोडल की है

बलरामपुर :- अब्दुल रशीद

प्रभारी कलेक्टर श्रीमती रेना जमील ने जिला स्तरीय गोधन न्याय योजना की कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक ली। उन्होंने गोधन न्याय योजना अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए उन्होंने एजेण्डावार गौठान निर्माण की प्रगति, निर्मित के विरूद्ध सक्रियता प्रतिशत, गोबर खरीदी विवरण, अंतिम पखवाड़े में 30 क्विंटल से अधिक गोबर क्रय करने वाले गौठानों व उनका प्रतिशत, अंतिम पखवाड़े में सक्रिय विक्रेता व उनका प्रतिशत, गोबर विक्रय व भुगतान विवरण, निर्मित के विरूद्ध भरे टांको की जानकारी, कम्पोस्ट रूपांतरण व विक्रय की स्थिति, विभागवार कम्पोस्ट विक्रय की कार्ययोजना एवं प्रगति, स्व-सहायता समूह व गौठान समिति लाभांश वितरण की जानकारी, समितिवार वर्मी कम्पोस्ट भण्डारण वितरण, गौठानों में मल्टीएक्टिविटी की प्रगति, बाड़ी उद्यतन की जानकारी, स्वावलंबी गौठान की जानकारी व स्वावलंबन का प्रतिशत, गौमूत्र क्रय व उत्पाद विक्रय की प्रगति तथा पैरादान की प्रगति पर विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने विभिन्न विकासखण्डों से आये हुए समस्त नोडलों से बारी-बारी गौठानों की जानकारी लेते हुए उनसे पूछा कि क्या समस्या आ रही है, जिससे गौठानों में प्रगति नहीं हो पा रही है। प्रभारी कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गौठानों में एण्ट्री की सम्पूर्ण जिम्मेदारी नोडल है, किसी भी प्रकार की बहाना बाजी नहीं चलेगी। आज पहली बैठक है इसलिए चेतावनी दी जा रही है। अगली बैठक में लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने पर संबंधितों पर सीधे कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर हमारे जिले की स्थिति दयनीय है। आज इस बैठक में इतने ज्यादा लोग आये हैं, अगर आप अपने कार्य में अपना 5 प्रतिशत की सहभागिता भी देते तो हमारे जिले की स्थिति बेहतर होती। सभी जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि, जिन नोडलों की ट्रांसफर या बदली हुई है, उनकी डेटा व नाम के साथ जिला कार्यालय में उपलब्ध करायें। उन्होंने इस दौरान तीन अनुपस्थित नोडलों को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। किसी भी नोडल को किसी प्रकार की परेशानी होती है तो वे अपने ब्लॉक के हेड को अपने परेशानियों से अवगत करायें। गोबर खरीदी कार्य किसी एक विभाग का कार्य नहीं है, यह सभी विभागों के लिए है। नोडल होने के नाते आपकी जिम्मेदारी है कि आपके गौठान में गोबर खरीदी हो रही है तथा सही समय पर उसका रूपांतरण हो पा रहा या नहीं है। नोडलों को बस यही कार्य देखना है। नोडल यह सुनिश्चित करें कि गौठानों में रखे खाद का सही समय पर उठाव हो जाये, गौठानों में स्टोर गोबर खाली पड़े टांके में डल जाये। इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर समयावधि में कार्य करें। कुछ गौठानों में नोडल 40 प्रतिशत से ऊपर रूपांतरण दिखा रहे हैं जहां पर गोबर खरीदी नहीं हो रही है और रूपांतरण प्रतिशत जरूरत से ज्यादा दिखा रहे हैं, यह गलती सिर्फ एण्ट्री की वजह से हो रहा है, ऐसी गलती दोबारा न करें, एण्ट्री करते समय नोडल अपने ऑख, दिमाग खोल कर सही जानकारी अपलोड करें। जिन विभागों से उठाव होना है उस विभाग के संबंधित अधिकारी समयावधि में उठाव सुनिश्चित करें। शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए गौठान के नोडल नियमित गौठानों में भ्रमण कर प्रतिदिन खरीदी की सही एण्ट्री करें। उन्होंने गौठान समिति, गोबर खरीदी, वर्मी कंपोस्ट निर्माण, विक्रय के संबंध में, वर्मी खाद पैकेजिंग एवं निर्माण की स्थिति, वर्मी खाद की समिति में भंडारण, स्व सहायता समूह को राशि आबंटन, गौठान के नोडलों सक्रिय भागीदारी निर्वहन करने के निर्देश दिये।
बैठक में उप संचालक कृषि शिव प्रसाद, उप संचालक पशु डॉ.ए.एल.सिंह, सहायक संचालक उद्यान पतराम सिंह, सहायक संचालक मत्स्य राजेन्द्र सिंह, एआरसीएस आर.एन.पैकरा , सर्व जनपद सीईओ, एसडीओ, नोडल, सचिव सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

जिला प्रतिनिधि बलरामपुर