राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाया जा रहा है जेल समीक्षा दिवस अभियान, जेल में निरूद्ध बंदियों के समस्याओं का निराकरण के साथ-साथ उनके अधिकारों एवं नालसा की योजनाओं की दी जा रही है जानकारी….

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाया जा रहा है जेल समीक्षा दिवस अभियान,
जेल में निरूद्ध बंदियों के समस्याओं का निराकरण के साथ-साथ उनके अधिकारों एवं नालसा की योजनाओं की दी जा रही है जानकारी….

बलरामपुर :- अब्दुल रशीद

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर द्वारा जेल समीक्षा दिवस अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत् प्रत्येक बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलरामपुर द्वारा जिला जेल रामानुजगंज में निरूद्ध बंदियों के समस्याओं का निराकरण करने के साथ-साथ उनके अधिकारों एवं नालसा की योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की जा रही है।
इसी तारतम्य में 30 मार्च को अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रामानुजगंज सिराजुद्दीन कुरैशी के मार्गदर्शन एवं अध्यक्षता में जेल समीक्षा दिवस, अण्डर ट्रायल रिव्यू कमेटी एवं कौशल विकास प्रशिक्षण के संबंध में जिला जेल रामानुजगंज का निरीक्षण कर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त साक्षरता शिविर में अध्यक्ष ने समस्त विचाराधीन बंदियों को संबोधित करते हुये महान रूसी लेखक लियो टॉलस्टॉय के बारे में बताते हुये कहा कि टॉलस्टॉय की एक पुस्तक है- युद्ध और शांति जिसमे उन्होंने बताया है, कि इस दुनिया के दो सबसे बड़े योद्धा है समय एवं धैर्य हमें मुश्किल हालातों से बाहर निकालते है। उन्होंने उपस्थित बंदियों से कहा कि सुख का समय बहुत जल्द व्यतीत हो जाता है एवं दुःख का समय काटे नहीं कटता है, लेकिन आपको इस मुश्किल वक्त में इन हालातों से सब्र और धैर्य ही बाहर निकाल सकते हैं, जिस व्यक्ति के पास सब्र एवं धैर्य नहीं है, वह व्यक्ति जल्द ही मानसिक विकारों एवं बीमारियों से घिर जाता है। अगर आज आपका वक्त दुःख का है, तो निश्चित ही सुख का वक्त भी आयेगा, बस जरूरत है, कि आपके पास धैर्य हो। आप सभी बंदी आज या कल इस जेल से बाहर हो जायेंगे लेकिन जरूरत है अपने मन अपने विचार रूपी जेल से बाहर आना। आज के इस दौर में इंसान गुनाह खुद करता है, लेकिन दोष भगवान, खुदा या किस्मत को देता है। इसीक्रम में श्रीमती वंदना दीपक देवांगन, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट (फास्ट ट्रेक कोर्ट) जी ने समस्त विचाराधीन बंदियों को गिरफ्तार व्यक्ति के अधिकार के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुये बताया कि मानव अधिकार भारत के संविधान और मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा के तहत दी गई है, किसी भी व्यक्ति को उसके अधिकारों से इस आधार वंचित नही किया जा सकता है कि उसे हिरासत में लिया गया है। साथ ही उन्होंने समस्त बंदियों को पॉक्सो कानून के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।
उक्त कार्यक्रम में अध्यक्ष के द्वारा जिला जेल में चल रहे कौशल विकास प्रशिक्षण का निरीक्षण किया गया। सभी बंदियों के द्वारा उक्त कौशल विकाश कार्यक्रम से हर्ष का माहौल देखा गया। साथ ही सभी बंदियों ने अध्यक्ष को जिला जेल रामानुजगंज में कौशल विकास प्रशिक्षण प्रारम्भ कर बंदियों के भविष्य को एक नई दिशा देने के लिए सभी बंदियों द्वारा अध्यक्ष का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अजय कुमार खाखा, श्रीमती रेशमा बैरागी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जीएस मरकाम अधीक्षक जिला जेल प्रबंधन, संजय द्विवेदी सहायक संचालक जिला कौशल विकास प्राधिकरण, अवधेश गुप्ता अधिकता निगल जैन क्लिनिक जितेंद्र कुमार गुप्ता वृद्धि धारक अधिकता, गोपाल प्रसाद गुप्ता रिमांड अधिकतर, अविनाश कुमार गुप्ता पैनल अधिवक्ता उपस्थित थे।

जिला प्रतिनिधि बलरामपुर