ईसाई आदिवासी महासभा ने 10 सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन……

 

 

लखनपुर, अमित बारी

ईसाई आदिवासी महासभा प्रदेश संगठन के आह्वान पर नवल साय कुजुर सोमवार साय बरवा के नेतृत्व में ईसाई आदिवासी महासभा ने सदस्यों ने 7 सितंबर दिन सोमवार की शाम लगभग 3:30 बजे अपने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर लखनपुर तहसील कार्यालय पहुंच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम एसडीएम श्रीमती शिवानी जयसवाल को ज्ञापन सौंपा गया है।

ईसाई आदिवासी महासभा के सदस्य सोमार साय बरवा, नेवल साय कुजुर ने मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए बताया कि ईसाई आदिवासी महासभा के द्वारा पारंपरिक उरांव नृत्य महोत्सव का आयोजन 8 नवंबर दिन मंगलवार को अंबिकापुर पीजी कॉलेज ग्राउंड में किया गया था। जिसे लेकर कुछ संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा था जिसके बाद अंबिकापुर एसडीएम के द्वारा 30 अक्तूबर 2022 को स्थगन आदेश जारी कर आगामी आदेश तक कार्यक्रम पर रोक लगाई गई है। जिसे लेकर ईसाई आदिवासी महासभा में रोष व्याप्त है। छत्तीसगढ़ की एक प्रमुख जनजाति उड़ान है उराव जनजाति की बहुत बड़ी संख्या ईसाई धर्मावलंबी है जो पूर्वजों की संस्कृति विरासत को बस बदस्तूर संभाले हुए हैं उराव जनजाति के पारंपरिक नृत्य के संरक्षण संवर्धन उसको विश्व स्तर पर पहचान दिलाने नई पीढ़ी के प्रति जागरूकता एवं रुझान पैदा करने उन्हें हस्तांतरित करने के उद्देश्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के लिए साई आदिवासी महासभा द्वारा 8 नवंबर को राजीव गांधी शासकीय महाविद्यालय अंबिकापुर खेल मैदान में पारंपरिक उत्सव का आयोजन किया गया था। पारंपरिक उरांव नृत्य महोत्सव को बहाल किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप मांग की गई है। मांगे पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की बात कही गई है।

इस दौरान दीपचंद्र कुजुर, विपिन किंडो, रामलाल एक्का, अनिल लकड़ा ,अजीत किंडो, सुनील मींज, फिलिप केरकेट्टा, प्रदीप खेस ईस्ताह कुजूर, श्रीमती सुनीता एक्का, सुमित्रा खाखा, पुष्पा केरकेट्टा, अंजना बेक, नीलमणि टोप्पो, विजय टोप्पो, पीटर बेक, नेहरू केरकेट्टा, निर्मल कुजुर, ब्रमदेव एक्का, रीमिक्स कुजुर इलेक्सियूस बड़ा सहित बड़ी संख्या में ईसाई आदिवासी समाज के लोग मौजूद रहे।