तहसीलदार कमला देवी सिंह एवं अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के जिला महासचिव राजेश अम्बस्ट ने कहा मंहगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता हमारा अधिकार….

बग़ीचा ✍️ जितेन्द्र गुप्ता

तहसीलदार कमला देवी सिंह एवं अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के जिला महासचिव राजेश अम्बस्ट ने कहा मंहगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ता हमारा अधिकार

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले बगीचा धरना स्थल पर आंदोलन के आठवे दिन हड़ताल की शुरुआत सरस्वती माता के छायाचित्र पर पूजा अर्चना तथा राजकीय गीत एवं राष्ट्र गान गाकर की गई। आज के आंदोलन में तहसीलदार बगीचा एवं छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन जिला जशपुर के जिला महासचिव राजेश कुमार अम्बस्ट शामिल हुए।


केंद्र के समान लम्बित महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर आज प्रदेशभर में अनिश्चितकालीन आंदोलन का आठवे दिन रहा। आज आठवे दिन धरना स्थल बगीचा में तहसीलदार कमला देवी सिंह शामिल हुई। अधिकारी एवं कर्मचारियों ने तहसीलदार का खड़े होकर, ताली बजाकर एवं फूल माला पहनाकर अभिनंदन एवं स्वागत किया गया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो जिद्दी होते हैं। उनकी मांगे अवश्य पूरी होती है, महंगाई भत्ता हमारा अधिकार है। उन्होंने शासन को कर्मचारियों की मांग को यथाशीघ्र पूरा करने का निवेदन किया। आज के आंदोलन में नारी शक्तियों ने भाषण, कविता, प्रेरणा गीत के माध्यम से धरने में शामिल अधिकारी एवं कर्मचारियों में जोश का संचार किया। विभिन्न विभागों से हड़ताल में शामिल अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारी मांगे जायज है, सरकार को संवेदशीलता का परिचय देते हुए हमारी मांगे यथाशीघ्र मान लेनी चाहिए, उन्होंने कहा कि आंदोलन करना हमारा मकसद नहीं है। हम कभी भी आंदोलन करना नहीं चाहते परंतु अन्य राज्यों में 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता मिल रहा है परन्तु हमारे प्रदेश में केन्द्र के समान मंहगाई भत्ता नहीं मिल रहा है।
दोपहर लगभग 3 बजे जिले के महासचिव राजेश अम्बस्ट का धरना स्थल पर आगमन हुआ।जिला महासचिव का ब्लॉक कार्यकारिणी के पदाधिकारियों द्वारा फूल माला पहनाकर एवं उपस्थित कर्मचारियों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। महासचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री संवेदनशील है। वो हमारी मांगे अवश्य पूर्ण करेंगे, आगे उन्होंने कहा कि भूपेश है तो भरोसा है, आप सभी साथी धैर्य, समर्पण तथा पूरे जोश के साथ आंदोलन को निरंतर जारी रखें। अनिश्चितकालीन आंदोलन के कारण राज्यभर के समस्त जिला मुख्यालय एवं ब्लाक मुख्यालयों में लगातार सरकारी कामकाज ठप्प पड़े हुए है। आंदोलन को राज्य के लगभग 90 से अधिक कर्मचारी अधिकारी संगठनों का खुला एवं प्रत्यक्ष समर्थन मिल रहा है। इस महा आंदोलन के कारण सभी जिला न्यायालय एवं हाईकोर्ट तक के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओ पर भी हड़ताल का जबर्दस्त असर हुआ है। क्योंकि प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मचारी भी हड़ताल के समर्थन में उतर आए है।
वर्तमान में मंहगाई भत्ता 22 प्रतिशत एवं गृह भाड़ा भत्ता छठवें वेतनमांन के अनुसार ही दिया जा रहा है, जिसके कारण प्रत्येक कर्मचारियों को पांच सौ से लेकर, बारह सौ, पन्द्रह सौ व अठारह सौ रुपये ही मिल रहे है जबकि आज की तारीख में मकान किराया तीन हजार, चार हजार, पांच हजार रुपये हो चुके है। अतः एचआरए को सातवें वेतनमान के आधार पर दिया जाए। आज के आंदोलन के समापन के पूर्व ओ सिकंदर सिकंदर ओ सिकंदर गाने पर सभी कर्मचारी झूम उठे। आज के आंदोलन में बहुत अधिक संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुए।