सोसाइटी खेत में लगे पंप दोस्तों के साथ मिलकर किए थे चोरी, पुलिस ने मंसूबों पर फेरा पानी चले गए जेल…..

 

* शासकीय उचित मूल्य दुकान व खेत में लगे मोटर पम्प चोरी मामले में थाना चांदनी पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार।

* चोरी का चावल, इलेक्ट्रानिक कांटा, मोटर पम्प सहित 3 मोटर सायकल जप्त।

शमरोज खान सूरजपुर
सूरजपुर। दिनांक 07.03.2022 को ग्राम ठाढ़पाथर निवासी रामभरोस गुर्जर ने थाना चांदनी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि ठाढ़पाथर शासकीय उचित मूल्य की दुकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोर के द्वारा 12 बोरी चावल व 1 इलेक्ट्रानिक काटा चोरी कर लिए है प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 457, 380 भादवि के तहत मामला पंजीबद्व किया गया। आमजनता को वितरण किए जाने वाले चावल की चोरी मामले में आरोपियों की पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने थाना प्रभारी चांदनी को दिए थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना चांदनी की पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर संदेही ग्राम ठाढ़पाथर निवासी राजकुमार साहू को पकड़ा, हिकमत अमली से पूछताछ पर उसने बताया कि वह अपने साथाी शंकर दयाल नाई व रातरेश नाई के साथ मिलकर शासकीय उचित मूल्य दुकान में चोरी करना करना स्वीकार किया जिसके बाद पुलिस ने शंकर व रातरेश को घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी का 4 क्विटंल चावल, 1 इलेक्ट्रानिक काटा कीमत 20 हजार रूपये तथा घटना में प्रयुक्त 2 नग मोटर सायकल कीमत 50 हजार रूपये का जप्त कर तीनों को गिरफ्तार किया गया।
वहीं दूसरे मामले में दिनांक 12.03.2022 को ग्राम देवढ़ी निवासी राजमन पण्डो ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि देवढ़ी स्थित उसके खेत में लगाए गए मोटर पम्प को कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है की रिपोर्ट पर धारा 379 भादवि का मामला पंजीबद्व कर पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच मुखबीर की सूचना पर संदेही संतोष प्रजापति को पकड़ा गया, पूछताछ पर उसने अपने दोस्त संतोष केंवट के साथ मिलकर मोटर पम्प चोरी करना स्वीकार किया। मामले में पुलिस ने संतोष केंवट को घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपियों के निशानदेही पर चोरी की गई मोटर पम्प कीमत 9 हजार रूपये एवं घटना में 1 नग प्रयुक्त मोटर सायकल कीमत 30 हजार रूपये को जप्त कर दोनों को गिरफ्तार किया गया। इन दोनों ही कार्यवाहियों में एएसआई बृजेश यादव, आर.डी.सिंह, आरक्षक रविराज पाण्डेय, संत पैंकरा, शंकर सिंह व चेतन राजवाड़े सक्रिय रहे।