स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव 16 जून क़े लिए स्कूल शिक्षा मंत्री क़े पत्र प्राप्त होने पर संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने शिक्षा अधिकारियों को दिए अवश्यक निर्देश….

कुनकुरी✍️ जितेन्द्र गुप्ता

स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव 16 जून क़े लिए स्कूल शिक्षा मंत्री क़े पत्र प्राप्त होने पर संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने शिक्षा अधिकारियों को दिए अवश्यक निर्देश

संसदीय सचिव ने यू.डी. मिंज ने कहा कोई भी बच्चा शाला त्यागी और अप्रवेशी न रहे. शाला प्रवेश उत्सव में अधिक से अधिक जनप्रतिनिधिओं को आमंत्रित करें अधिकारी
स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए नवीन शिक्षा सत्र कल 16 जून से प्रारंभ हो रहा है। इसके लिये शिक्षा विभाग अवश्यक तैयारी कर रहा है.संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने बताया कि
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस संबंध में पत्र लिख कर हमसे यह अपेक्षा की है कि कोई भी बच्चा शाला त्यागी और अप्रवेशी न रहे।जितने भी जन प्रतिनिधि है वे सभी इस कार्य में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने बताया कि सरकार की सोंच क़े अनुरूप जिले क़े सभी जनप्रतिनिधि स्कूलों में नियमित उपस्थिति के लिए विशेष प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा है कि हम सब मिलकर इस सत्र से स्कूली शिक्षा में अपेक्षा अनुरूप परिवर्तन लाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि मंत्री स्कुल शिक्षा विभाग ने सभी जनप्रतिनिधियों से कहा है कि प्रवेश उत्सव में अवश्य सहभागी बनें और अपने-अपने क्षेत्र की शालाओं में प्रवेशोत्सव को यादगार रूप में मनाते हुए अपनी सहभागिता देकर पालकों को शासकीय शालाओं में बेहतर और गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदाय करने के लिए आश्वस्त करें। हमारे शिक्षकों ने मेहनत से शैक्षणिक सामग्री तैयार की है जो उपयोगी सिद्ध होगी।
संसदीय सचिव ने यू.डी. मिंज ने कहा है कि सभी स्कूल हम सभी के हैं और हम सबको मिलकर ही इन स्कूलों को चलाना है। इस वर्ष हम उम्मीद करते हैं कि हमारे राज्य में अधिक से अधिक पालक अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजें और प्रवेश दिलवाएं। इसके लिए हम सब को अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित शालाओं पर लगातार नजर रखते हुए उसमें पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार हेतु आवश्यक प्रयास करना है। सभी को मालूम है कि विगत वर्षाे में कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित हुई है। इस वर्ष हम समय पर स्कूल खोल पा रहे है और आशा करते है कि पूर्व की भांति पूरे जोर-शोर से स्कूल का संचालन होगा और हमारे बच्चे पढ़ने-लिखने-सीखने की दक्षता प्राप्त कर लेंगे।