आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ परियोजना के कार्यकर्ता हुए एक दिवसीय हड़ताल में हुए शामिल मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन भेजा…

पत्थलगांव✍️जितेन्द्र गुप्ता

छतीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ परियोजना के कार्यकर्ताओ हुए एक दिवसीय हड़ताल में हुए शामिल मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन भेजा

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने अपनी मांगों को शासन स्तर पे रखते हुए पत्र में लिखा है। कि
महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत प्रदेश में संचालित 46680 आंगनबाड़ी केन्द्र और 5814 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रो में लगभग 01 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाएं कार्यरत हैं । कार्यकर्ता सहायिकाओं द्वारा केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा सौपे गये सभी कार्यों का ईमानदारी से निर्वहन कर रही है। लेकिन समय श्रम और वर्तमान मंगहगाई के अनुरूप जो मानेदय और अन्य सुविधायें मिल रहा है। वह बहुत ही कम है। इस बात को लेकर प्रदेश में संचालित आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं के विभिन्न संगठनों द्वारा समय समय पर शासन प्रशासन को अपनी मांगो से संबंधित ज्ञापन सौंपकर ध्यानाकर्षण किया जा रहा है। लेकिन अभी तक निराकृत नहीं होने के कारण पद्रेश के सभी संगठनों ने एक संयुक्त मंच के प्रान्तीय आइवान पर बुधवार दिनांक 08 / 06 / 2022 को प्रत्येक परियोजना मुख्यालय में शासन का ध्यानकार्षण करने हेतु धरना रैली आयोजित कर निम्नांकित मांगो और निर्धारित कार्यक्रम के संबंध में यह ज्ञापन शासन प्रशासन की ओर सादर प्रेषित कर विनम्रता पुर्वक आग्रह करते है कि हमारी मांगो के संबंध से सहानुभुति पुर्वक विचार कर पुरा करने का कष्ट करेंगें ।


प्रमुख मांगे है। शिक्षा कर्मियों की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के लिये भी नीति बनाकर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावें , तब तक वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन ओर कलेक्टर दर पर मानदेय दिये जाने की वायदा किया गया था , जिसके तहत कार्यवाही करते हुए यह मांग पुरा कराई जावें ।

 


सामाजिक सुरक्षा के रूप में मासिक पेंशन और समुह बीमा योजना हेतु नीति निर्धारित कर इसको कार्यकताओं को 05 लागु कराने का कष्ट करेंगें । इसके साथ ही सेवा निवृत्त और मृत्यु होने लाख एवं सहायिकाओं को रूपये 03 लाख राशि एक मुश्त भुगतान किया जायें 2, ईंधन की राशि में वृद्धि किया जाए | 3. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाईजर के रिक्त पद पर शत – प्रतिशत , बिना उम्र बंधन के और बिना परीक्षा के लिया जावें । इसी तरह सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर लिया जायें , 25 % का बंधन समाप्त किया जायें । इस हेतु विभागीय सेवा भर्ती नियम में संशोधन किया जावे।

 

4. मिनि आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनवाड़ी बनाने एवं क्रेश कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर समाहित किया जावें । 6 . 5. प्रदेश स्तर में रिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जावें । पोषण ट्रेकर एप्प और अन्य कोई भी कार्य जब तक मोबाईल , नेट चार्ज नहीं दिया जाता है तब तक मोबाईल में कार्य ना लिया जायें। हमें आशा और विश्वास है कि आप शासन प्रशासन के मुखिया होने के नाते उक्त मूलभूत और व्यावहारिक मांगो को शीघ्र पुरा करेंगे । 05 जुलाई 2022 तक मांग पूरा नहीं होने पर दिनांक 06 जुलाई 2022 को प्रत्येक जिला मुख्यालय में हड़ताल रैली / प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे । उक्त कार्यक्रमों के बाद भी मांगों की पूर्ति नहीं होने पर संयुक्त मंच के प्रान्तीय आह्वान पर प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाएं कभी भी अनिश्चित कालिन हड़ताल में प्रस्थान कर सकते हैं।
अब सवाल ये उठता है कि क्या इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग जायज है। क्योकि जितनी मानदेय में ये कार्य कर रहे है। वो आज के बढ़ती हुई भारी महंगाई में बहुत कम है। जिससे ये अपने घर चला पनेमे असमर्थ हो रहे है। अब शासन को जल्द ही इनकी बातों पे गौर करते हुए मांगो में विचार करने की आवश्यकता है। क्योंकि जिस तरह से गाँव गाँव मे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कार्य करते है। अगर ये अनिश्चितकालीन हड़ताल की तरफ बढ़ेंगे तो निश्चित ही काफी कार्य प्रभावित होंगे।