हाइवे पेट्रोल जशपुर निरन्तर सक्रीय यातायात के समय लोगो के पास पहुँच कर सेवा में सदैव तत्पर…

जशपुर✍️जितेन्द्र गुप्ता

हाइवे पेट्रोल जशपुर निरन्तर सक्रीय यातायात के समय लोगो के पास पहुँच कर सेवा में सदैव तत्पर


पुलिस मुख्यालय रायपुर द्वारा दिनांक 19 सितंबर 2020 को जिला पुलिस जशपुर हेतु हाईवे पेट्रोल वाहन प्रदाय उपरांत जशपुर पुलिस द्वारा लगातार नेशनल हाइवे क्रमांक 43 पर ग्राम खटंगा थाना दुलदुला से ग्राम झरगांव थाना जशपुर तक कुल 30 किलोमीटर के दायरे में हाईवे पेट्रोल का संचालन किया जा रहा है।हाईवे पट्रोलिंग टीम द्वारा पेट्रोलिंग दौरान हाइवे के किनारे स्थित ग्रामों में 54 जागरूकता अभियान चलाकर तथा हाइवे में चलने वाले राहगीरों व वाहन चालकों को यातायात नियमों से संबंधित पम्प्लेट वितरण कर यातायात नियमों के संबंध में लगातार जागरूक किया जाता रहा है, जिससे कि सम्भावित दुर्घटना से बचा जा सके तथा गुड सेमेरिटन लॉ के संबंद्ध में लोगों को जागरूक कर दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने हेतु आम नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाता रहा है। हाइवे पेट्रोल टीम जशपुर द्वारा हाइवे पेट्रोल संचालन दिनांक से आज तक कुल 99 हाइवे में दुर्घटना ग्रस्त घायलों को उपचार हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचाया गया है, जिससे कि समय पर उपचार होने से अधिकांश घायलों की जान बच सकी है।


उक्त कार्यों के अलावा हाइवे पेट्रोल द्वारा हाइवे पर पड़ी मिली मार्कशीट संबंधी महत्वपूर्ण फाइल मिलने पर स्वयं के प्रयास से सम्बंधित व्यक्ति तक उक्त फाइल को पहुँचाकर मानवीय संवेदना का परिचय दिया है। जशपुर जिले में दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने हेतु जागरूक करने के उद्देश्य से दिनांक 01-01-2022 से 15-01-2022 तक जशपुर पुलिस द्वारा संचालित मोर हेलमेट मोर जशपुर अभियान के दौरान हाइवे पेट्रोल द्वारा हाइवे पर चलने वाले वाहन चालकों को हेलमेट के महत्व के बारे में जागरूक करते हुए, हेलमेट पहनने वाले आम नागरिकों को पुरुष्कृत कर अन्य नागरिकों को हेलमेट पहनने हेतु प्रोत्साहित किया गया।


हाइवे पेट्रोल जशपुर द्वारा लगातार 24 घण्टे 7 दिन पेट्रोलिंग करते हुए हाइवे में यातायात बाधित होने पर तुरंत मौके पर पहुंच यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के अलावा हाइवे में,लोरो घाट जैसे अतिदुर्घटनाजन्य क्षेत्रों के अतिरिक्त,हाइवे में अन्यत्र भी वाहन दुर्घटना होने पर सर्वप्रथम पहुंच कर घायलों का प्राथमिक उपचार कर नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों में पहुँचाकर घायलों की सहायता करते हुए, उनके परिजनों को खबर दी जाती है।