किलकिला मंदिर में महाशिवरात्रि के एक दिन पहले से शुरू हुए श्री महारुद्र यज्ञ का कल शुक्रवार को होगा विधि विधान से समापन….

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

पत्थलगांव किलकिला मंदिर में महाशिवरात्रि के एक दिन पहले से शुरू हुए श्री महारुद्र यज्ञ का कल शुक्रवार को होगा समापन


पत्थलगांव किलकिला मंदिर में महाशिवरात्रि के एक दिन पहले से शुरू हुए श्री महारुद्र यज्ञ का कल शुक्रवार को विधिवत होगा समापन अब तक श्री महायज्ञ के कार्यक्रम इस प्रकार हुए है। दिनाँक 07 मार्च 2024, गुरुवार कलश यात्रा प्रातः 9 बजे गणेश गौरीपूजन, मण्डप प्रवेश वैदिक पूजन एवं हवन प्रारंभ दिनाँक 08 से 14 मार्च 2024 तक प्रतिदिन वैदिक पूजन, हवन कार्यक्रम एवं रुद्राभिषेक सायं 7 बजे – आरती भजन, कीर्तन दिनाँक 15 मार्च 2024, शुक्रवार दोपहर 12 बजे पूर्णाहूती दोपहर 1 बजे-भण्डारा दुर्गा प्रसाद शास्त्री जी (नेपाल) एवं अन्य 10 विभिन्न प्रांतों से आये आचार्यों के द्वारा इस चल रहे श्री महारुद्र यज्ञ पूजा के देवताओं का विसर्जन किया जाएगा


कल शुक्रवार को यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद मंदिर परिसर में भण्डारा का आयोजन किया गया है।
इस श्री महारुद्र यज्ञ में महादेव अग्रवाल, मोहन यादव, सीनियर अधिवक्ता, पवित्रमोहन बेहरा, चूड़ामणि यादव, युधिष्ठिर यादव, संतोष यादव, दिगम्बर खूंटिया, मित्रु धन खूंटियां, अंतरांम पटेल, अपने धर्मपत्नी के साथ 7 तारीख से श्री महारुद्र यज्ञ में पूरे विधि विधान से यज्ञ में बैठे है।


किलकिला के धाम किलकिलेश्वर धाम में श्री महारुद्र यज्ञ को शुरू करने के दिन से अब तक पूरे कार्यक्रम किलकिला धाम मंदिर के श्री श्री 1008 श्री कपिल दास बाबा के आदेशानुसार हो रहे है।


श्री महारुद्र यज्ञ के लिए मंदिर समिति के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया की यह श्री महारुद्र यज्ञ विश्वकल्याण के लिए किलकिला मंदिर के श्री श्री 1008 कपिल दास बाबा के दिशानिर्देश में किये जा रहे है।

श्री महारूद्र यज्ञ  को करने वाले आचार्य दुर्ग़ा महाराज नेपाल से आये महाराज ने बताया कि श्री महारूद्र यज्ञ को करने का उद्देश्य मुख्य रुप से भगवान शंकर को खुश करने के लिए किया जाता है इस यज्ञ से महामारी समाप्त होती है शुख शांति सम्रद्धि की प्राप्ति होती है।