बाल मेला बच्चों के लिए आनंद का आयोजन इसमें बच्चे खेल ,सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजनों और अपनी रचनात्मकता को रखते है सबके सामने..

सीतापुर ✍️जितेन्द्र गुप्ता

बाल मेला बच्चों के लिए आनंद का आयोजन

इसमें बच्चे खेल ,सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजनों और अपनी रचनात्मकता का उत्सव मनाते हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए ‘सीखने का उत्सव’ बालमेला का आयोजन , 27 फरवरी 2024 को अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग एवं शिक्षा विभाग विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सीतापुर मिथलेश सिंह सेंगर के मार्गदर्शन में संकुल केंद्र उलकिया, गुतुरमा, लिचिरमा से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उलकिया में किया गया। सीतापुर विकासखण्ड के तीन संकुल केन्द्रों के सभी शिक्षक- शिक्षकाओं द्वारा आयोजित इस बालमेले में विभिन्न कार्नर जैसे गणित कॉर्नर व मजेदार खेल, साइंस कॉर्नर , भाषा कॉर्नर, सामजिक विज्ञान का कोर्नर में, आओ चाँद पर जाएँ और भारत जोड़ो , ओरिगेमी कॉर्नर में पेपर क्राफ्ट कला , फेस पेंटिंग मे तिरंगा ओर तितली ओर फूल जैसा आकर्षित पेंटिंग, टोपी कॉर्नर में अपने प्रकार का टोपी ,मुखौटे के कॉर्नर मे मुखौटे बनाने सीखने का काम बच्चों के साथ किया गया। इसके साथ ही मिट्टी के खेल में कुम्हार के द्वारा बच्चों एवं शिक्षको को मिट्टी के बर्तन एवं खिलौने बनाना सिखाया गया।

बालमेले की शुरुआत अभिनय ‘बालगीत’ के साथ हुई जो कि बहुत ही मनमोहक थी। फाउंडेशन के ज्ञान विकास जी के साथ शिक्षक साथियों ने गणित के मज़ेदार खेल एवं अन्य गतिविधियों का आनंद उठाया । तीनों संकुल से लगभग 700 से अधिक बच्चों एवं प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से लभग 90 शिक्षक- शिक्षकाओं ने इस कार्यक्रम में सहभागिता निभाई और इस सीखने के उत्सव में समुदाय से लगभग 80 सदस्य* सम्मिलित हुए।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मण्डल महामंत्री उलकिया उपसरपंच रंजीत गुप्ता जी,सीतापुर बीईओ मिथिलेश सिंह सेंगर ,एडीईओ  महेश सोनी ,बीआरसी रमेश सिंह , बीपीओ साक्षर भारत कार्यक्रम प्रेम गुप्ता, संकुल समन्वयक  सुशील मिश्र उपस्थित रहे कार्यक्रम में संकुल के विद्यालयों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्नर में प्रतिभागी बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एडीईओ ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से शिक्षा के क्षेत्र में सीखने के नए अवसर प्रदान होते हैं बच्चों का सर्वांगीण विकास सम्भव हो पाता है बीईओ सर जी ने अपने उदबोधन में सभी बच्चों से कहे कि नित अनुशासन में रहकर अपने माता पिता ,गुरुओं का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेना चाहिए अपने जीवन मे अनुशासन से ही व्यक्ति महान बनता है।

बालमेला के ऐसे आयोजन से बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में एक नए नवाचार से सहयोग प्राप्त होता है इस क्षेत्र मेंअजीम प्रेम जी फाउंडेशन का सकारात्मक सहयोग सीतापुर को मिल रहा है। उपसरपंच उलकिया मण्डल महामंत्री जी ने भी अपने सम्बोधन में अजीम प्रेम जी के शिक्षा में सहयोग, शिक्षकों की सक्रियता हेतु सभी को धन्यवाद दिए बच्चों को इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रस्तुति पर नगद पुरस्कार भी प्रदान किये इस कार्यक्रम में संकुल प्राचार्य उलकियाश्री मोहन शास्त्री , संकुल प्राचार्य गुतुरमा  लुकास तिर्की ,तीनों संकुलों के संकुल शैक्षिक समन्वयक विनोद यादव,राजेश गुप्ता, सिराज खान, एवं संकुल के सभी शिक्षक साथी अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के सदस्य ज्ञान, चंद्रभान, सौरभ और राकेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही । इस बाल मेला में सभी कॉर्नर पर शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं हम साथियों के सहयोग द्वारा कॉर्नर का संचालन किया गया। जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजित बाल मेला की प्रक्रियाओं में समूह सदस्यों के सहयोग और अथक प्रयास से इस बालमेला को सफल बनाने की ओर बढ़ पाए। बाल मेला की पूरी प्रक्रिया में मुख्य रूप से शिक्षक साथियो का बेहतर योगदान रहा।