ग्राम देवता को खुश करने छत्तीसगढ़ के इस गांव में शराब बंद, पीने वालों पर गिरती है गाज…..

 

 

* पुजारी ने बताया था कि ग्राम देवता हो गए हैं नाराज, उन्हें खुश करने शराबबंदी जरूरी, गांव को नशा मुक्त बनाने महिला-पुरुषों ने निकाली जागरूकता रैली.

* रैली के बाद देवल्ला पहुंचकर की ग्राम देवता की विधिवत पूजा-अर्चना.

 

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर /जयनगर. शराब बंदी व नशामुक्त गांव बनाने मंगलवार को ग्रामीणों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान की शुरुआत के बाद अब तक करीब 10 हजार रुपए की वसूली पंचायत द्वारा नशेडिय़ों से की जा चुकी है। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत कुंजनगर में ग्राम देवता को खुश करने ग्रामीणों द्वारा पुजारी के बताए अनुसार शराब बंदी कर ग्राम देवताओं की विधिवत पूजा-अर्चना की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसी तारतम्य में गत दिनों गांव की महिलाओं ने भी अपना पूरा समर्थन देते हुए शराबबंदी व नशामुक्ति के लिए टीम गठित कर जागरूकता अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया था।

बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार मंगलवार को गांव के महिला-पुरुषों ने पंचायत क्षेत्र के गवटियापारा, झारपारा, अवराडुगु, मालधक्का से मेन रोड होते हुए थाना के पीछे स्थित देवल्ला में पहुंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद ग्रामीणों को प्रसाद वितरण किया गया।
ग्रामीणों द्वारा जागरूकता अभियान के दौरान नशे से दूर रहने व इससे होने वाले नुकसान के संबंध में लोगों को जानकारी देकर अभियान को सफल बनाने में सहयोग देने आह्वान किया गया।
बताया जा रहा है कि नशा मुक्ति को लेकर पंचायत द्वारा ग्रामीणों की सहमति से निर्धारित किए गए अर्थदंड के नियमों का भी कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। इसके तहत नियम विरुद्ध तरीके से नशा का सेवन करने वालों से अब तक करीब 10 हजार रुपए की अर्थदंड की वसूली की जा चुकी है।

ग्राम देवता नाराज! छत्तीसगढ़ के इस गांव में हुई पूर्ण शराब बंदी, बनाने-बेचने पर लगेगा 10 हजार रुपए का जुर्माना

जागरुकता रैली में ये रहे शामिल जागरूकता अभियान के दौरान सरपंच कैलाश सिंह नेताम, उपसरपंच अज्जू, बीडीसी फुलबसिया राजवाड़े, भोज राजवाड़े, भुनेश्वर राजवाड़े, हुकुम राजवाड़े, सावित्री राजवाड़े, संतरा राजवाड़े सहित अन्य लोग उपस्थित थे।