थोड़े मोड़े रिपेयरिंग की आस में बोरिंग खराब हालत में.. विभाग जनमानस की ज़रूरतों का नही रख रहा ख्याल….

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

पत्थलगांव थाने व सिविल अस्पताल के हृदय स्थल पे स्थित बोरिंग की हाल बेहाल पीने की पानी के लिए यहां वहां तरसते लोग भटकने को मजबूर

पानी जैसी बेस किमिति चीजो के लिए सरकारी विभागों की उदासीनता से स्थानीय नागरिक हो रहे परेशान पत्थलगांव थाना व सिविल अस्पताल के हृदय स्थल पर स्थित एकमात्र बोरिंग जो नागरिकों के लिए गर्मी के दिनों में शीतल जल संजीवनी का काम करता किंतु नगर पंचायत की लापरवाही के कारण नागरिकों को गर्मी के दिनों में पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। प्यास बुझाने के लिए नागरिकों को पैसे खर्च कर बोतल का पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि पुलिस थाने व अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों नागरिकों एवं फरियादियों का आना जाना लगा रहता है। जो पानी के लिए अपनी प्यास बुझाने के लिए भटकने को मजबूर है। स्थानीय नागरिकों से जब इस संबंध में बात की गई तब उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में बैठे अधिकारी कर्मचारी केवल आरामदायक कमरों में बैठकर नगर की प्यास बुझाने का प्रयास कर रहे हैं। किंतु जमीनी हकीकत इनसे बिल्कुल अलग है। विभाग नागरिकों की समस्याओं को दूर करते नजर नही आ रहा है।

जबकि नगर में सैकड़ों बोरिंग होने के बावजूद नगर की अधिकांश बोरिंग में थोड़े मोडे रिपेयरिंग के इंतजार में मेकेनिको के बनाने आने का बाट जोह रहा है।

अगर विभाग उसपे काम करे तो कुछ हद्द तक स्थानीय शहर वासियों को पीने की पानी आसानी से उपलब्ध हो सकता है। जिस तरह बोरिंग खराब हालत में शहर में है। वो शोपीस का काम कर रही है। जबकि शासन में बैठे मुखिया भूपेश बघेल ने गर्मी चालू होने से पहले अधिकारियों को स्पष्ट निर्देशित किया था कि पानी की समस्याओं को समय पूर्व ही निदान करदे जिससे पानी की किल्लत से नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो किंतु शासन के निर्देशो को दरकिनार करते हुए विभाग नागरिकों की मूलभूत समस्याओं का ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल का दौरा निर्धारित है। जिशमे वे खुद हर विधानसभा में पहुच कर वास्तविकता से दो चार होंगे कुल मिलाकर यदि जल्द ही पानी की समस्याओं से नागरिकों को निजात नहीं मिलता है। तो आने वाले दिनों में स्थिति और बद से बदतर होती नजर आएंगी।