महिला ने एक साथ दिया 3 बेटियों को जन्म, जच्चा-बच्चा पूरी तरह से हे स्वस्थ-बच्चो की किलकारी गूंजते ही परिजनो के चेहरे पर आई मुस्कान……

 

 

 

*  सरगुजा संभाग में एक साथ 3 बच्चों के जन्म का 6 बार सामने आ चुका है मामला, कोरिया जिले में 3 बार, सूरजुपर जिले में 1 बार व सरगुजा जिले में 3 बार हो चुका है ऐसा.

शमरोज खान सूरजपुर

अंबिकापुर/मनेंद्रगढ़ : एक महिला के लिए मां बनना सुखद अहसास होता है। डिलीवरी के समय जब बच्चे की किलकारी गूंजती है तो सभी के चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब महिला ने अपने गर्भ से एक साथ 2 या 2 से अधिक बच्चों को जन्म दिया है। ऐसा ही एक मामला एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़ स्थित निजी नर्सिंग होम से सामने आया। यहां एक महिला एक साथ 3 बेटियों को जन्म दिया। हम आपको बताना चाहेंगे कि पिछले 7 साल में सरगुजा संभाग में एक साथ 3 या उससे अधिक बच्चों के जन्म लेने का यह 7वां मामला है। सरगुजा में एक साथ 5 बच्चों के जन्म लेने का मामला संभवत: छत्तीसगढ़ के लिए भी एक रिकॉर्ड है।

गौरतलब है कि एमसीबी जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में 10 मई को करन नर्सिंग होम में डॉ मंजूलिका करन की देखरेख में ग्राम केल्हारी निवासी महिला सुशीला ने एक साथ 3 बालिकाओं को जन्म दिया। बताया जाता है कि महिला का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच चल रहा था।

शासकीय अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होने की वजह से अचानक महिला को दिक्कत होने लगी थी। इसके बाद महिला के पति द्वारा उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। यहां महिला ने 3 स्वस्थ बालिकाओं को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

* एक साथ हुआ था 5 बेटियों का जन्म – सरगुजा संभाग में पहले भी ऐसा हो चुका है जब किसी महिला ने एक साथ 3 या उससे अधिक बच्चों को जन्म दिया हो। आइए जानते हैं पिछले 7 सालों में कब-कब ऐसा हुआ- 1. 2 अप्रैल 2016 को सरगुजा जिले के लखनपुर ब्लॉक स्थित ग्राम बिनकरा निवासी मनीता राजवाड़े पति महेश राजवाड़े 25 वर्ष ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक साथ 5 बेटियों को जन्म दिया था। हालांकि इनमें से 3 की हालत नाजुक होने पर रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। इनमें से 3 की मौत हो गई थी।