ओम बिस्किट फैक्टरी में लगी आग करोड़ो का नुकसान हर बार की तरह दमकल वाहनों का न होना शहर वासियों को मुश्किल में डाला…….

पत्थलगांव ✍️ जितेन्द्र गुप्ता

पत्थलगांव के रायगढ़ रोड में स्थित ओम बिस्कुट फैक्टरी में लगभग दोपहर 3. बजे दूसरे माले में भीषण आग लगी आग बुझाने युवकों किया प्रयास


पत्थलगांव औद्योगिक नगरी के रायगढ़ रोड स्थित ओम बिस्कुट फैक्टरी में लगभग दोपहर 3. बजे दूसरे माले में भीषण आग लग गई आग की लपटें देख वहां मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। आग लगने कि वजह का पता नही चला आग लगने से करोड़ो रुपये के नुक्सान हो सकता है। आग लगने की खबर जैसे ही नगर में फैली पुलिस एवं प्रशासन वहाँ पहुंच जायजा लेति रही फैक्टरी के कर्मचारी एवं अन्य लोग आग बुझाने के कार्य मे लगे रहे 3 बजे से बिस्किट फैक्टरी की भयंकर आग को काबू करने में स्थानीय लोगो ने जान हथेली में लेकर फैक्ट्री में लगी आग को बुझाने मिला जुला प्रयास करते देखा गया फैक्टरी में आग इतनी भीषण थी कि बाहर केवल धुंवा ही धुंवा नजर आ रहा था। आग कैसे लगी ये जांच के बाद ही स्पस्ट हो सकेगा तब जाकर आग लगने का उचित कारण का पता चल सकेगा।

आग की लपटें लगातार बढ़ती ही रही थी बढ़ते आग को देखते हुवे अम्बिकापुर से और जशपूर से अग्निशमन की वाहन बुलाई गई है। अगल बगल आग न फैले इसकी तैयारी में स्थानीय लोगो ने काफी प्रयास किया पत्थलगांव शहर के युवाओ की दाद देनी पड़ेगी जिन्होंने अपनी जान पे खेल कर आग बुझाने में अपना पूरा बल लगा दिया पानी की टैंकरों से लेकर बड़ी बड़ी टैंकरों में मोटर फिट कर के युवकों ने आगे बढ़ कर फैक्टरी में लगे आग को बुझाने में जी जान लगा दिए पत्थलगांव जो कि औद्योगिक नगरी के रूप मे जाना जाता है। पर आग बुझाने के लिए दमकल विभाग का न होना आज फिर से नगर वासियों को चिंता में डाल दिया एक छोटी सी फायर वाहन जो बमुश्किल 20 मिनट तक ही पानी फेंक पाती है उसके भरोसे में पूरा शहर है। पर वो बेहद न के बराबर जबकि जरूरत उससे कही ज्यादा है।


शाम को 5 बज कर 45 मिनट में जशपूर और अम्बिकापुर से अग्निशमन वाहन पूरी टीम के साथ पहुची तब जाकर लोगो को कुछ राहत लगी पर तब तक शहर वासियों ने मिल कर ही आधे आग पर काबू पा लिया था वइसे फैक्टरी की आग भीषण थी जिसे पूरी तरह बुझाने में काफी वक्त लगेगा सबसे महत्त्वपूर्ण बात ये रही कि समाचार लिखे जाने तक किसी तरह की जन हानि की कोई खबर नही रही।

 

?शाम 5 बज कर 45 मिनट में पहुची जशपूर और अम्बिकापुर से अग्नि शमन वाहन

जब भी आसपास में कही भी आग लगने पर उसे बुझाने की जिम्मेदारी नगर की एक मात्र दमकल वाहन और उसकी दो सदस्यीय टीम पर है। पर यह भी दम तोड़ती नजर आ रही है, नगरपंचायत में आग को बुझाने वाला दमकल वाहन बीते कुछ सालों से नगरपंचायत की लापरवाही और उदासीनता की आग से झुलस रहा है। नगरपंचायत के पास अन्य अनुपयोगी समान खरीदने के लिए राशि की भरमार रहती है और ऐसे आपातकालीन समय मे इनकी कंडम दमकल वाहन कोई काम का नही रहता है, घटनास्थल तक पहुंचने तक उसका आधा पानी बह जाता है। लंबे समय से जनता के ओर से दमकल वाहन की मांग की जा रही है, लेकिन नगरपंचायत की ओर से लाखों करोड़ों रुपए के विकास कार्य किए जाने की बात की तो जाती है,

लेकिन जन हित में दमकल वाहन नहीं खरीद पा रही है। आनेवाले दिनों में अग्निशमन वाहन को लेकर जिस तरह लोगो के मन मे बाते आ रही है। और वो भी जो बेहद जरूरी भी है। सबसे पहला काम अपने शहर की जरूरतों की होती है जिसे हर हाल ने पूरा करना प्रशासन का कार्य है। अब देखना होगा कि प्रशासन कब और कितनी जल्दी अग्नि शमन वाहन लाने को तैयार होती है।