जनसंपर्क अधिकारी का लगभग 4 साल बाद हुआ तबादला, पत्रकारों से सामंजस्य बैठाने में साहब रहे असफल…. साहब को दी गई विदाई……

 

 

* जनसंपर्क अधिकारी सरकार की योजनाओं को अच्छे से नहीं कर पा रहे थे प्रचारित।

* सूरजपुर के बाद अब जशपुर देखेंगे जनसंपर्क का कार्यभार।

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर। एक जनसंपर्क अधिकारी (पीआरो की भूमिका प्रिंट और प्रसारण मीडिया दोनों में लोगों के साथ ड्राफ्ट प्रेस रिलीज़ तैयार कर संपर्क बनाते हैं, जनसंपर्क अधिकारी का काम संगठन की छवि और पहचान को बनाए रखना और विकसित करना होता है। अपने ग्राहकों के सभी संचार मुद्दों को संबोधित करना भी जनसंपर्क अधिकारी का कार्य है। सूरजपुर जिले के जनसंपर्क अधिकारी ऐसा करने में असफल रहे जबकि सबसे लंबा कार्यकाल इन्होंने सूरजपुर में पूरा किया पर जो संबंध स्थापित करने थे उसमें यह काफी पीछे रहें यह हम नहीं यह आरोप इनके साथ काम करने वाला अधिकारी सहित पत्रकार भी लगाते हैं इनका कार्यकाल जनसंपर्क अधिकारी के तहत बहुत अच्छा नहीं माना जा सकता क्योंकि यह सरकार की योजनाओं को भी अपना दायित्व समझ कर प्रसारित करने में वह भूमिका नहीं निभाई जो निभाना चाहिए था। सूरजपुर में पदस्थ जनसंपर्क अधिकारी का तबादला जशपुर हो गया है जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है और अब आने वाले जनसंपर्क अधिकारी से उम्मीद है कि वह अच्छी तरह से लोगों के बीच अपना संबंध स्थापित करेंगे और सरकार की योजनाओं को अच्छे से प्रचारित करेंगे।

यदि हम जनसंपर्क अधिकारी के कार्य पर गौर करें तो इनका काम पब्लिक रिलेशन यानि जनसंपर्क एक प्रबंधकीय कार्य है, जिसमें लोक व्यवहार का मानिटरिंग और मूल्यांकन तथा किसी संगठन और उसके लोगों से पारस्परिक संबंधों की समझ तथा उसे बनाए रखना शामिल है। जहाँ तक पब्लिक लोग अथवा जनसामान्य का प्रश्न है, उसमें शेयरधारक सरकार, उपभोक्ता, ग्राहक, कर्मचारी और मीडिया को शामिल किया जा सकता है। इसके अंतर्गत उन लोगों से संपर्क बनाए रखना है जो लगातार हमसे जुड़े होते हैं। सामान्यतः जनसंपर्क अधिकारी अथवा पीआरओ प्रबंध तंत्र और कर्मचारियों के बीच एक सुस्पष्ट संचार संजाल बनाए रख कंपनी में आंतरिक संबद्धता सुनिश्चित करते हैं। इनका पहला लक्ष्य संप्रेषण माध्यमों को सुधारना और सूचनाओं तथा समझ के दोनों दिशाओं में प्रवाह के लिए एक नई राह स्थापित करना है। जनसंपर्क अधिकारी कई संचार तकनीकों के माध्यम से अपने लक्षित दर्शकों तक पहुंचते हैं। जनसंपर्क प्रबंधक प्रेस विज्ञप्ति लिखकर धन जुटाकर और जनसंपर्क और विज्ञापन कार्यक्रमों की योजना बनाकर अपने ग्राहकों की अनुकूल सार्वजनिक छवि बनाते हैं।

एक जनसंपर्क अधिकारी (पीआरो) की भूमिका एग्जिक्यूटिव की भूमिका में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन मीडिया का इस्तेमाल करके किसी प्रॉडक्ट कंपनी या किसी व्यक्ति का प्रमोशन करना होता है और इस तरह से एक ब्रेड तैयार करना और उसका विकास करना होता है। निवेशकों, उपभोक्ताओं, पत्रकारों और अन्य मीडिया विशेषज्ञों सहित जनता के साथ एक संगठन का संचार संभालना होता है एक सरकारी संगठन में जनसंपर्क अधिकारी, जनता को सरकार की नवीनतम गतिविधियों और नीतियों के बारे में बताते रहते हैं। प्रिंट और प्रसारण मीडिया दोनों में लोगों के साथ ड्राफ्ट प्रेस रिलीज़ तैयार कर संपर्क बनाते हैं। लक्षित दर्शकों की पहचान करना और तदनुसार संचार रणनीति विकसित करना होता है जनसंपर्क अधिकारी का काम संगठन की छवि और पहचान को बनाए रखना और विकसित करना होता है। अपने ग्राहकों के सभी संचार मुद्दों को संबोधित करना भी जनसंपर्क अधिकारी का कार्य है। संगठन की छवि और पहचान को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक संबंध सामग्री विकसित करना। पर पिछले 4 सालों में यही काम सूरजपुर में पदस्थ जनसंपर्क अधिकारी नहीं कर पाए जिनकी चारो तरफ आलोचना भी होते रहे इन्हें हटाए जाने की मांग भी की गई थी अब इनका अंततः स्थानांतरण हुआ है इनका कार्य का सूरजपुर जिले में रहते हुए इतना अच्छा नहीं था जितना कि इनके पहले के अधिकारियों का था यही वजह है कि उनके स्थानांतरण होने पर भी विदाई नहीं दी गई गिने-चुने लोगों के द्वारा ने विदाई देखकर कोरम पूरा किया गया। अब लोगों में लग रहा हैं कि शायद जशपुर में ये अच्छी तरीके से अपना कार्यकाल पूरा करें सूरजपुर की तरह इनका कार्यकाल वहां ना रहे वहीं वर्तमान जनसंपर्क अधिकारी से लोगों को उम्मीद है कि वो अपना कार्यकाल अच्छे से पूरा करेंगे जिसके लिए उन्हें वर्तमान में जनसंपर्क कार्यालय की जिम्मेदारी मिली है