एक युद्ध नशे के विरुद्ध एवं बाल अधिकार संरक्षण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन नशा पान हे सामाजिक बुराई……

 

 

* बच्चों में नशीली दवाओं व मादक द्रव्यों के सेवन और अवैध तस्करी की रोकथाम पर राजनीति, क्रियान्वयन, चुनौतियों पर चर्चा.

* समाज को नशा मुक्त करने हेतु सजग प्रहरी की भूमिका निभा रही प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन, सभी का सहयोग आवश्यक – कलेक्टर

* गांव, पंचायतों में नशे के विरुद्ध जन जागरूकता आवश्यक, पुलिस विभाग चला रही साइबर प्रहरी अभियान – पुलिस अधीक्षक

शमरोज खान सूरजपुर

सूरजपुर/ महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में एक युद्ध नशे के विरुद्ध एवं बाल अधिकार संरक्षण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम एवं विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया। कार्यशाला में एक युद्ध नशे के विरुद्ध बच्चों में नशीली दवाओं व मादक द्रव्यों के सेवन और अवैध तस्करी की रोकथाम पर जोर देकर रणनीति, क्रियान्वयन, चुनौतियों पर चर्चा कर सभी संबंधित अधिकारियों और सेवा प्रदाताओं द्वारा सामूहिक कार्यवाही, जहां आवश्यक हो सेवाओ, सुविधाओं का प्रावधान करने, कार्य योजना का समय समयबद्ध क्रियान्वयन, सभी हस्तक्षेप की समान रूप से निष्पक्ष निगरानी एवं कानूनी प्रावधानों को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया गया।

कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा ने कहा कि समाज में नशे की प्रवृति बढती जा रही है नशे का सेवन व्यक्ति को शारीरिक मानसिक आर्थिक व सामाजिक रूप से हानि पहुंचाता है। नशापान सामाजिक बुराई है इससे मुक्त होना आवश्यक है। जिससे हमारा समाज प्रगति करेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित संबंधित विभाग अपने कर्तव्य के साथ साथ समाज को नशा मुक्त करने हेतु सजग प्रहरी की भूमिका निभा रही है। पुलिस नशे पर काबू पाने के लिए अभियान चला रही है। नशे के व्यापारियों के खिलाफ धरपकड़, नशा मुक्ति जनजागृती कार्यशालाओं का संचालन तथा नशे के आदि रोगियो को नशा मुक्त करके समाज की मुख्यधारा से जोडते हुए जिले को नशा मुक्त करना आदि कार्यवाही कर रही है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक एवं उनकी टीम की सराहना की तथा अन्य विभाग को समन्वय कर बेहतर कार्य करने प्रेरित किया। उन्होंने स्कूल कॉलेज में एक युद्ध नशे के विरुद्ध जन जागरूकता का व्यापक प्रचार प्रसार करने कहा। कलेक्टर सुश्री आरा ने सभी विभाग के अधिकारियों, समाज सेवको, विभिन्न संगठनों, समुदायों, जिले के सभी नागरिकों को एक युद्ध नशे के विरुद्ध महाअभियान में सहयोग करने कहा ताकि जिला को नशे से निजात दिलायेंगे। उन्होंने उपस्थित सभा को सूरजपुर जिले को नशा मुक्त करने, नशा न करने की तथा नशा छुडवाने संकल्प दिलाया।

पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा कि नशा यह एक सामाजिक बुराई है, इससे दूर रहने की आवश्यकता है। नशे से मुक्त होने के लिए खुद को तय करना है तथा दूसरे को भी इसके लिए प्रेरित करना है जिससे हमारा समाज, हमारा जिला नशा मुक्त हो सके। नशा से अपराध एवं दुर्घटना बढ़ रहा है। इसके लिए प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा महा अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा 743 कार्यवाही किया जा चुका है अवैध कारोबारियों पर निरंतर कार्रवाई की जा रही है। बेहतर क्रियान्वयन के लिए साइबर प्रहरी अभियान चलाकर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है आप सभी सहयोग करें पुलिस प्रशासन हमेशा सहयोग करेगा। जिससे समाज को सही दिशा दे सकें। उन्होंने जन जागरूकता के लिए सभी गांव, ग्राम पंचायतों का सूची बनाकर व्यापक प्रचार प्रसार कर जागरूक करने कहा।

जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम ने ने कहा कि एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान में हर वर्ग की सहभागिता आवश्यक है। नई दुनिया के जिला ब्यूरो चीफ श्री नरेंद्र जैन ने नशे के दुष्प्रभाव एवं रोकथाम में मीडिया की सक्रियता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है मीडिया इस बुराई को खत्म करने महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वहन कर रही है इसमें आप सभी की सहयोग आवश्यक है उन्होंने कहा कि नशे के कारण अपराध एवं दुर्घटना बढ़ रही है इसलिए हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है कि जन जागरूकता फैलाए।

सीएमएचओ डॉ. आर एस सिंह ने कहा कि नशा कोई भी हो, नशे की लत कितनी भी पुरानी क्यों न हो, नशा उचित इलाज से छोडा जा सकता है। उन्होंने नशे के दुष्प्रभावो की जानकारी देते हुए नशो से बचने बचाने, नशा छोडने व छुडवाने की जानकारी प्रदान की। शासकीय रेवती रमण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एच एन दुबे ने कहा कि नशे से मुक्ति के लिए युद्ध स्तर पर लड़ने की आवश्यकता है कालेज के बच्चों का निरंतर निगरानी करते हुए समझाइश दी जा रही है तथा एनएसएस के बच्चों द्वारा भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

कार्यक्रम में कोटपा एक्ट एवं शैक्षणिक संस्थाओं, सार्वजनिक स्थलों में संबंधित कार्रवाई के प्रावधान, मादक औषधि के विक्रय, सेड्यूल एच एव एक्स श्रेणी की दवा के संबंध में कानूनी प्रावधान, नशे के फलस्वरूप बालकों द्वारा किए जाने वाले अपराध एवं जेजे एक्ट की धारा 77, 78 एवं एनडीपीएस के अंतर्गत की जाने वाली कार्यवाही, नशा मुक्ति अभियान में सशक्त सिविल सोसाइटी की भूमिका, अवैध शराब की बिक्री के संबंध में आबकारी विभाग द्वारा किए जाने वाली कार्यवाही, नशा उन्मूलन के संबंध में पुनर्वास केंद्र विश्रामपुर की उपयोगिता, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित नशा पुनर्वास केंद्र की उपयोगिता, मिशन वात्सल्य अंतर्गत सीएनसीपी बालकों के पुनर्वास के प्रावधान के विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई। कार्यक्रम मे जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री चंद्रबेस सिसोदिया ने किया इस दौरान एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी, डॉ. आर.एस. सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, विभिन्न विभाग के विभागीय अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता सहित अन्य उपस्थित थे।