लोक आस्था के महाप्रर्व छठ पूजा को लेकर छठ घाट की तैयारी जोरो पे….

पत्थलगांव ✍️जितेन्द्र गुप्ता

लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की तैयारियां को लेकर भोजपुरी समाज मे ग़जब का उत्साह
यूपी और बिहार से होकर आज ये पर्व देश के हर हिस्से में प्रमुख त्योहार बयँ चुका है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में छठी मैया के नाम से व्रत रखा जाता है। और सूर्य देवता को अर्घ्य देकर अपने परिवार के लोगो के खुशहाली के लिए आशीर्वाद मांगते है।


इस वर्ष 30 अक्टूबर से यह त्योहार शुरू हो रहा है।
पत्थलगांव आयोजन समिति भोजपुरी समाज के लोग घाट की साफ- सफाई में पूरी तरह जुट गए हैं। पत्थलगांव में मुख्य रूप से पूरन तालाब, प्रेम नगर नाला, किलकिला स्थित मांड नदी में छठ पूजन किया जाता है। बताया जा रहा है। वही स्थानीय प्रषासन से फिलहाल किसी प्रकार का सहयोग नही मिल पाने से व्यवस्था को बनाने मे देरी हो रही है। जबकी बिते वर्ष राजस्व अमला एवं पुलिस विभाग विशेष रूप से छठ पर्व को लेकर सक्रिय नजर आ रही थी परंतु इस बार एसा कुछ देखने को नही मिल रहा है। .इस वर्ष छठ पर्व आयोजन को लेकर भोजपुरी समाज के अध्यक्ष अभयप्रताप सिंह, उपाध्यक्ष जितेन्द्र गुप्ता ,कृष्णा सिंह, सुनील सोढ़ी, धनन्जय तिवारी, रामानन्द सिंह, अरुण रवानी, प्रदीप गुप्ता, मनोज तिवारी ,अशोक श्रीवास्तव, श्याम नारायण गुप्ता, बंटी सिंग, अजय दुब्बे, संजय तिवारी, नीरज गुप्ता, राजीव साहू, बबलू तिवारी, प्रेम गुप्ता, समेत सभी लोग जोरशोर से जुटे है।
युवा वर्ग में दिख रहा खासा उत्साह बुधवार को भोजपुरी समाज के युवा चेहरे जब तालाब में फैले गन्दगी को देखा तो खुद ही प्रेम गुप्ता और अक्षय गिरी ने तालाब में घुसकर तालाब की साफ़ सफाई करते नजर आये जहां काफी कचडे पड़े थे सभी इट पत्थल सहित अन्य कचड़ों को बाहर किया जिसके लिए भोजपुरी समाज ने इन दोनों युवाओ की पीठ थपथपाई अध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि ये युवा भोजपुरी समाज के अनमोल रत्न है। जो समाज के लिए अच्छा करने की सोच से आगे बढ़ते चल रहे है।
आपको बता दे सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ की शुरुआत होने वाली है। और सभी इसकी तैयारियों में जुट गए हैं। घाट की साफ सफाई को लेकर युवा वर्ग में काफी जोश देखा जा रहा है जहा नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्यामनारायण गुप्ता अपने नगर पंचायत अमला के साथ दिन भर कार्य करते नजर आ रहे है।


30 अक्टूबर को डूबते सूर्य को शाम को अर्घ्य दिया जाएगा, वहीं 31 अक्टूबर को सूर्याेदय के समय उगते हुए सूर्य को सुबह अर्घ्य दिया जाएगा नहाय खाय की विधि से छठ पूजा की शुरुआत होती है।

इस बार यह विधि 28 अक्टूबर 2022, शुक्रवार के दिन निभाई जाएगी खरना की रस्म दूसरे दिन होती है और इसी दिन से छठ का व्रत शुरू हो जाता है. इस बार 29 अक्टूबर शनिवार के दिन यह रस्म निभाई जाएगी 30 अक्टूबर को छठ महापर्व मनाया जाएगा और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा 31 के दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा।